जी टीवी न्यूज चैनल की सात जून की शाम
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी और आम आदमी पार्टी के बागी
बघर्रे कपिल मिश्रा के छिछोरे तेवरों के नाम
साथ में छलकाए एक ललना-छलना ने कविता के नाम पर फरेब के जाम
कितना लिच्चड़ हो जाते हो रे जी टीवी तुम चाटुकारिता पर कुर्बान।
सुप्रीम कोर्ट ने मारा थप्पड़ दिल्ली भाजपा को
लताड़ा कानूनी अंदाज में गृह मंत्री राजनाथ सिंह को
दुतकारा लल्ला जी यानी एल जी को
किंतु न माने अमित शाह न जागे नरेन्द्र मोदी
हिचकियाँ लगी जी टीवी को
खट्टी डकार आने लगी कवि कहे जा रहे कौवों को।
लोकतंत्र की हत्या मत करो भाजपा दिल्ली में सुबह से शाम
मत पीयो यार मत पीयो इतने अहंकार के जाम
जिस अहंकार ने बिखेर कर रख दिया कांग्रेस के बरगद को
वही अंहकार चीर कर रख देखा तुम्हारे चीड़ के पेड़ को।
मोदी केजरीवाल या राहुल जनता जनार्दन से बड़े नहीं
बड़ा है जानी जन मन गण
मत तोड़ो लड़कपन में दिल्ली का मन
जिसने सौंपी थी सत्ता केजरीवाल के हाथ
मत मारो मत मारो बात-बात पर उसको लात
रायता लोकतंत्र पर फैलाओगे तो
देश के भविष्य पर ग्रहण लगाओगे।
Virendra Dev Gaur
Chief Editor