श्री राम अनुज लक्ष्मण की पावन नगरी
त्रेता युग की लक्ष्मण नगरी
लखनपुरी श्री लक्ष्मण बसाए
श्री रामचन्द्र का आशीष पाए
कलियुग में योगी सुध पाए
वरना रही तिरस्कार में हाए।
कलियुग में लखनऊ कहलाए
अवध सम्राट दशरथ सुत सौमित्र बसाए
नवाबों की नगरी कहकर जो इतराए
बुद्धिहीन अज्ञानी राम-विमुख कहलाए
रामयुग से जड़ें काटकर जो मूढ़ ज्ञानी बन जाए
गंगा-जमुनी संस्कृति की बीन बजाए
ऐसा राम विरोधी अब सँभल जाए
गंगा-सरयू की सौगन्ध जो खाए
गंगा-जमुना के तराने जो गाए
राम संसकृति का मर्म वही समझ पाए
ऐसा राम भक्त जब जय श्री राम गुंजाए
प्रदेश-देश की रूह खिल जाए
श्री हनुमान प्रकट होंगे योगी में
राम-काज संपन्न होंगे युग-योगी में
छोड़ो राग लखनऊ का लखनपुर बोलो
राम भक्तो मौका है आँखें खोलो।