प्रदेश में सरकारी स्कूलों में कक्षा तीन से बारहवीं तक पढ़ने वाले विद्यार्थियों को अब एक मासिक परीक्षा के स्थान पर एक वर्ष में चार परीक्षाएं दी जाएंगी। अर्द्धवार्षिक परीक्षा से पहले दो परीक्षाएं होंगी, और दो इसके बाद होंगी।
शिक्षा निदेशक सीमा जौनसारी ने सभी मुख्य शिक्षा अधिकारियों को इस संबंध में आदेश भेजे हैं। शिक्षा निदेशक ने परीक्षा कार्यक्रम की घोषणा करते हुए कहा कि तीन से पांचवीं कक्षा के विद्यार्थियों की पहली इकाई परीक्षा मई में मासिक परीक्षाओं के स्थान पर होगी। अगस्त महीने में दूसरी इकाई परीक्षा होगी।
अर्द्धवार्षिक परीक्षा अक्टूबर में होगी, जिसके बाद नवंबर और दिसंबर में तीसरी और चौथी परीक्षाएं होंगी। यही कारण है कि कक्षा छह से दसवीं तक के विद्यार्थियों की अक्तूबर में होने वाली अर्द्धवार्षिक परीक्षा से पहले मई व अगस्त में दो अतिरिक्त परीक्षाएं होंगी, जो नवंबर व दिसंबर में होंगी।
वहीं, कक्षा 11वीं और 12वीं के विद्यार्थियों की पहली परीक्षा जुलाई में और दूसरी अगस्त में होगी। अक्टूबर में द्विवार्षिक परीक्षा के बाद नवंबर और दिसंबर में तीसरी परीक्षा होगी। निर्देश में अधिकारियों को कहा गया था कि मासिक, अर्द्धवार्षिक और वार्षिक परीक्षाएं निर्धारित तिथि पर कराई जाएं।