➡️गैरसैंण को उत्तराखण्ड में एक नई कमिश्नरी बनाया जायेगा। इसमें चमोली, रूद्रप्रयाग, अल्मोड़ा और बागेश्वर जिलों को शामिल किया जायेगा। गैरसैंण कमिश्नरी में कमिश्नर एवं डीआईजी की नियुक्ति की जायेगी।
➡️नई बनाई गई नगर पंचायतों में इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट के लिए 01-01 करोड़ रूपये दिये जायेंगे।
➡️ भराड़ीसैंण (गैरसैंण) ग्रीष्मकालीन राजधानी क्षेत्र के नियोजित विकास के लिए मास्टर प्लान का टेंडर एक माह के भीतर किया जाएगा।
➡️गैरसैंण ग्रीष्माकालीन राजधानी परिक्षेत्र में खाद्य प्रसंस्करण इकाई की स्थापना की जायेगी।
➡️ गैरसैंण ग्रीष्माकालीन राजधानी परिक्षेत्र में 20 हजार फलदार पेड़ लगाये जायेंगे।
➡️राज्य के प्रत्येक महाविद्यालयों को 20-20 कम्यूटर दिये जायेंगे।
गैरसैंण (सू0वि0)। ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण (भराड़ीसैंण) की घोषणा के एक वर्ष पूर्ण होने पर भराड़ीसैंण विधानसभा परिसर में सांस्कृतिक संध्या व दीपोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया गया। सांस्कृतिक संध्या में स्थानीय कलाकारों व स्कूली छात्राओं ने भव्य कार्यक्रम प्रस्त ुत किये। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत, विधानसभा अध्यक्ष श्री प्रेमचन्द अग्रवाल, मंत्रीगणों, विधायकगणों सहित अन्य लोगों ने भराड़ीसैंण में 1100 दीप जलाकर दीपोत्सव मनाया। इस अवसर पर चमोली जनपद के रैणी क्षेत्र में आपदा मृतकों की आत्मा शांति के लिए 02 मिनट का मौन रखा गया।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि गैरसैंण ग्रीष्मकालीन राजधानी क्षेत्र के सुनियोजित विकास के लिए राज्य सरकार प्रयासरत है। उन्होंने सांस्कृतिक संध्या में प्रस्तुतीकरण देने वाले सभी कलाकारों को मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से 10-10 हजार रूपये देने एवं सरस्वती विद्या मंदिर इण्टर कॉलेज गैरसैंण को 20 कम्प्यूटर देने की घोषणा की।
विधानसभा अध्यक्ष श्री प्रेमचन्द अग्रवाल ने कहा कि आज गैरसैंण ग्रीष्मकालीन राजधानी की घोषणा के एक वर्ष पूर्ण हो चुके हैं। प्रदेश के सर्वांगीण विकास के लिए शानदार बजट पेश करने पर उन्होंने मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। विधानसभा अध्यक्ष ने सांस्कृतिक संध्या में प्रस्तुतीकरण देने वाले सभी कलाकारों को विधानसभा अध्यक्ष कोष से 02-02 हजार रूपये देने की घोषणा की।