शराब कारोबारी विजय माल्या को कर्ज देने वाले बैंकों ने स्टेट बैंक की अगुवाई में गोवा का किंगफिशर विला 73.01 करोड़ रुपये में बेच दिया।
स्टेट बैंक की अगुवाई में गोवा का किंगफिशर विला 73.01 करोड़ रुपये में बेच दिया। इससे पहले बैंकों ने इस विला के बेचने की तीन कोशिशें हुईं, लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी थी। मूवी प्रॉडक्शन कंपनी विकिंग मीडिया ऐंड एंटरटेनमेंट ने यह विला एक प्राइवेट डील के तहत खरीदा। मामले से जुड़े वरिष्ठ अधिकारियों ने यह जानकारी दी। बैंकों ने यह विला बेचकर माल्या को दी गई कर्ज की राशि का एक हिस्सा वसूल लिया। माल्या ने किंगफिशर एयरलाइंस के लिए कर्ज लेते वक्त अपनी जिन संपत्तियों को आधार बनाया था, उनमें गोवा का यह विला भी शामिल था। एसबीआई के वरिष्ठ अधिकारियों ने इस मामले पर कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया जबकि विकिंग मीडिया के मालिक और ऐक्टर-प्रॉड्युसर सचिन जोशी से संपर्क नहीं किया जा सका। माल्या को कर्ज देने वाले 17 बैंकों का एक कंसोर्शियम कर्ज का 9,000 करोड़ रुपया वसूलने की कोशिश कर रहा है। इसी क्रम में मुंबई स्थित किंगफिशर हाउस को भी बेचने का प्रयास जारी है। समुद्र किनारे स्थित किंगफिशर विला में माल्या की महंगी पार्टियां होती थीं। अक्टूबर 2016 में पहली बार इसे बेचने की कोशिश की गई थी। तब इसका रिजर्व प्राइस 85.29 करोड़ रुपये रखा गया था। फिर दिसंबर 2016 में ही रिजर्व प्राइस घटाकर 81 करोड़ रुपये कर दिया था। तब भी इसे बेचने में सफलता नहीं मिली थी। फिर मार्च 2017 में इसका रिजर्व प्राइस घटाकर 73 करोड़ रुपये कर दिया गया। लेकिन यह प्रयास भी विफल गया। दरअसल, सरफेसी ऐक्ट के तहत बैंकों को यह अधिकार मिलता है कि अगर डिफॉल्टर की संपत्ति बेचने के दो प्रयास परवान नहीं चढ़ें तो वो प्राइवेट डील के तहत इसे बेच सकते हैं। नियमों के मुताबिक संपत्ति को आखिरी बार तय हुई रिजर्व प्राइस पर ही बेची जाएगी।