जनता बीच बनी
छवि अति सुन्दर
ईमानदार कर्मठ और मिलनसार
कहलाये जाते रहे मान्यवर मस्त कलन्दर
जगह बनायी लोगों के दिल के अन्दर।
मौका जो मिला आपको सुबोध जी
आपको तो है इसका बोध प्रभो जी
नदियों का प्रदेश अहो जी
दूध दही घी मठ्ठा में इसको अव्वल कर दो जी
जड़ी बूटियों फलों फूलों की ला-दो बहार
फल सब्जी प्रसंस्करण की कर दो भरमार
ज्ञान विज्ञान अनुसंधान की कर दो पैनी धार
प्रभो हमारा राज्य खड़ा मझधार
आपकी कर्मठता और सूझ-बूझ की हो जय-जयकार
चाहे विभाग के अन्दर करनी पड़े आपको आरपार
आवाजाही और विपणन का हो जाए शानदार विस्तार
दुश्मनों की आपके सदा हो हार
छेड़ दो मान्यवर कर्मठता के सारे तार।
Virendra Dev Gaur (Veer Jhuggiwala)
Chief Editor (NWN)