तुर्किये और सीरिया में लोग सेमवार सुबह नींद से उठे भी नहीं थे कि प्राकृतिक आपदा ने उनहें आ घेरा। रिक्टर पैमाने पर 7.8 की तीव्रता वाले भूकंप से दोनां देश उहल उठें। यहीं नहीं, इसके कुछ ही घंटों भीतर 7.6 और 6.0 तीव्रता के दो और भूकंप भी आए। इस आपदा में 2700 से ज्यादा मौतें हो गईं जबकि 12 हजार से ज्यादा लाग जख्मी हो गए। भूकंप से हजारों इमारतें ढह गईं। कड़ाके की ठड और बारिश से राहत कार्यों में बाधा आ रही है। यहीं नहीं, खराब मौसम ने बेघर हुए लोगों की मुश्किलें और बढ़ा दी हैं। भूकंप से प्रभावित लोग बचन के लिए बफी।ली सड़कों पर जमा हो गए। दक्षिणी तुर्किये और उत्तरी सीरिया में सबसे ज्यादा तबाही हुई। तुर्किये में 1600 और सीरिया में करीब 1000 लोग मारे गए हैं। हताहतों की संख्या और बढ़ने की आशंका है क्योंकि बचावकर्मी अभी प्रभावित इलाकों में मलबे में फंसे लोगो की तलाश में जुटे हैं। काफी लोग अभी भी मलबे में दबे हैं। यहां ये भी बता दें कि इससे पहले तुर्किये में वर्ष 1939 में 7.8 की तीव्रता वाला भूकंप आया थ, जिसमें 31 हजार से ज्यादा लोग मारे गए थे। स्थानीय समयानुसार सुबह करीब 4 बजे आए भूंकप का मुख्य केंद्र तुर्किये के गजियांटेप प्रांत में नूरदगी से 23 कलोमीटर दूर पूर्व में रहा। करीब एक मिनट तक भूकंप के झटके महसूस किए गए। इस बीच तुर्किये में मची तबाही के कई वीडियो इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हो रहे हैं। इसमें ऊंची-ऊंची इमारतेां को जमींदोज होते हुए दिखाया गया है।
Check Also
ऑपरेशन स्माइल: पुलिस की तत्परता से अपरहण की गई 4 साल की बच्ची सकुशल बरामद
–पुलिस टीमो के बेहतरीन समन्वय व अथक प्रयासों का दिखा असर -04 साल की नाबालिक …