गंगा-जमुनी संस्कृति की दुहाई देते आए महानुभावो
तुम्हे एक सत्य से साक्षात्कार करांए आओ
यदि इस बार श्री राम नाम से शुरू होगा ताज महोत्सव
तो समझिए भारतीय करण होगा ताज महोत्सव
कन्हैया की जमुना राम की सरयू गले मिलेंगी नासमझो
भारत राम कृष्ण की सांस्कृतिक धरोहर है यह समझो
ताज शाहजहाँ की इच्छा रही होगी मगर हाथों के बाजीगर भारतीय थे
राम कृष्ण मजहब नहीं दुनिया की सबसे शानदार सांस्कृतिक धरोहर दे गए
वे हमें शक्ति शौर्य इन्सानियत और परोपकार के आचरण की शिक्षा दे गए
वे हमें विश्व बन्धुत्व और सामाजिक-समरसता का पाठ सिखा गए
वे हमें कट्टरता विस्तारवाद और दूसरे मजहबों का सत्यानाश करने की सीख नहीं दे गए
आप तब नहीं चिल्लाए जब मौलवी मुलायम परिवार ने अयोध्या में राम लीला बन्द करवाई
कैसे अधर्मी अत्याचारी हैं आप लोग भाई
तीन तलाक बिल के अधर्मी हत्यारो
श्री राम संस्कृति की महागाथा हैं कोई मजहब नहीं
श्री योगी भारतीयता से लबरेेज त्यागी तपस्वी हैं ऐरे गैरे नहीं
इस्लामी कट्टरता के पैरोकारो जिहादी सोच से उबरो
भारत में रहकर भारतीयता को गाली मत दो अरे सुधरो।
Virendra Dev Gaur
Chief Editor