-नेशनल वार्ता ब्यूरो-
प्रधानमंत्री मोदी 11-12वीं सदी के संत एवं समाज सुधारक रामानुजाचार्य की भव्य मूर्ति का अनावरण करने हैदराबाद (भाग्यनगर) पहुँच चुके हैं। अनुष्ठान की परम्परागत धार्मिक शुरूआत हो चुकी है। प्रधानमंत्री रामानुजाचार्य की मूर्ति की आरती में शामिल हो चुके हैं। वेदों के पवित्र सूक्तों के दिव्य उच्चारण के बीच अनावरण की प्रक्रिया चल रही है। यह संसार की ऐसी सबसे ऊँची मूर्ति है जो बैठी हुई मुद्रा में है। इसकी ऊँचाई 216 फ़ीट बतायी जा रही है। भव्य और दिव्य मंदिर के अहाते में रामानुजाचार्य की स्वर्णिम मूर्ति जगमगा रही है। यह मूर्ति सोना, चाँदी, ताँबा, पीतल और जस्ता जैसी पाँच धातुओं को मिलाकर बनायी गई है। रामानुजाचार्य विशिष्ट अद्वैत विचारधारा के समर्थक थे। रामानुजाचार्य भगवान विष्णु के भक्त थे। रामानुजाचार्य ने संसार को समता का पाठ पढ़ाया। इनका जन्म 25 अप्रैल 1017 के दिन हुआ था और 1137 में इन्होंने स्वर्गारोहण किया। इस समय सायं 7.00 बजने वाला है। मंदिर प्रतिष्ठान के सर्वोच्च धर्माधिकारी इस समय मंच पर खड़े होकर श्रीराम की महिमा का बखान करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र दामोदर दास मोदी की प्रशंसा कर रहे हैं। मोदी जी मंच के पीछे बैठे हैं । 13 फरवरी के दिन महामहिम राष्ट्रपति रामानुजाचार्य जी की 56 फीट सोने की प्रतिमा का अनावरण करेंगे जोकि मंदिर के गर्भगृह में विराजमान है।
-सावित्री पुत्र वीर झुग्गीवाला (वीरेन्द्र देव), पत्रकार,देहरादून।