सर्जिकल स्टाइक-1
सावित्री पुत्र वीर झुग्गीवाला द्वारा रचित-
Virendra Dev Gaur Chief Editor (NWN)
ऐ मेरे सपनों के नगर
चुन मैडम रजनी रावत की डगर
छोड़कर बेमतलब की अगर-मगर
दिखा दे दून का बड़ा जिगर
बन जा भारत का एक जागरूक नगर
भेंट कर दे गद्दी बना दे मेयर
इस दीपावली को रोशन कर दे इस कदर
देवता बरसाएं फूल घाटी के आसमान पर आकर
आशीष दें हम सबको गा-गाकर
जय-जय द्रोण नगरी जय जय रजनी रावत
झूम उठे नगर, हो घर-घर दावत।
ऐ मेरे ख्वाबों के नगर
स्वच्छ-सुंदर बनना है तुझे अगर
अपना-पराया का सब भेद मिटाकर
रजनी रावत की जय बोलकर
बन्द दिलों के ताले खोलकर
भेद भाव ऊँच नीच सब छोड़कर
पुराना-बासी बेधड़क तू त्याग कर
लम्बी नींद से तू जागकर
पुरानी परम्पराओं को पीछे छोड़कर
जाना शुभ दिन तू लपक कर
वोट दान करना तू दिल खोलकर
बड़े बहुमत से मैडम को जिताकर
नगर की किस्मत के द्वार तू खोलकर
लौटना घर तू इतिहास रचाकर
फैसला लेगा तू लीक से हटकर
नगर का विकास करेंगी ज़रूर मैडम डटकर।
-इति