
उत्तरकाशी (संवाददाता)। यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के पहले दिन हजारों की संख्या में तीर्थयात्री यमुनोत्री धाम पहुंचे। लेकिन, पहले ही दिन तीर्थयात्रियों को यमुनोत्री में लगे जाम से दो-चार होना पड़ा। यमुनोत्री धाम में लगे करीब डेढ़ किलोमीटर के इस लंबे जाम में जिलाधिकारी डा़ आशीष चौहान व बड़कोट एसडीएम अनुराग आर्य भी फंसे रहे। जिससे वह यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के समय तक मंदिर नहीं पहुंच पाए। इस जाम में बड़कोट नगर पालिका अध्यक्ष अनुपमा रावत सहित कई अन्य जनप्रतिनिधि भी फंसे रहे, जो कपाट उद्घाटन के मौके तक यमुनोत्री मंदिर परिसर नहीं पहुंच सके।दरअसल यमुनोत्री धाम में आपदा के दौरान यमुनोत्री मंदिर परिसर को जोडऩे वाला पुल यमुना नदी में आई बाढ़ में बह गया था। जो अभी तक तैयार नहीं हो सका। पुल के तैयार न होने के कारण तीर्थयात्रियों को यमुनोत्री मंदिर परिसर तक पहुंचने के लिए दूसरे रास्ते से भेजना पड़ रहा है। जो काफी संकरा और जोखिम भरा भी है। इस रास्ते के संकरा होने के कारण यात्रियों को आवागमन में परेशानी का भी सामना करना पड़ रहा है। वहीं यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के पहले ही दिन तीर्थयात्रियों को इस तरह लगे लम्बे जाम में घंटों फंसना पड़ा। यह जाम देवदेखनी से मंदिर परिसर तक करीब डेढ़ किलोमीटर लंबा था। जाम में यमुनोत्री मंदिर के कपाट खोलने के अवसर पर यहां पहुंच रहे जिलाधिकारी डा़ आशीष चौहान और एसडीएम अनुराग आर्य भी फंसे रहे। साथ ही इस जाम में कई अन्य जनप्रतिनिधि भी फंसे रहे। जो समय पर कपाट खुलने के समय तक मंदिर परिसर नहीं पहुंच सके। पहले दिन हजारों की संख्या में देश विदेश से आए श्रद्धालुओं ने मां यमुना के दर्शन किए।