पूरे होने को आए पाँच सौ साल
बाबर की शक्ल में जब आया था काल
राम की महिमा का जानकर हाल
उग्रवादी लुटेरे ने चली एक शातिर चाल
राम की बुतपरस्त सन्तानो का झुकाने के लिए भाल
भेजकर सिपहसालार मीर बाकी को अयोध्या तत्काल
काटकर गाजर-मूली की तरह राम भक्तों को अकाल
तोड़ डाला श्री राम का मन्दिर माँ सरयू हुई बेचैन-बेहाल
श्री राम-सीता लक्ष्मण हनुमान के बुतों को किया हलाल
टुकड़ों को इनके चिन डाला खड़ी कर दी मस्जिद रखी मिसाल
बुत परस्तों को किया खबरदार होगा तुम्हारा ऐसा ही हाल
मोहम्मद गजनवी ने गुजरात के सबसे खास सोमनाथ मन्दिर का किया था बुरा हाल
मचाई थी लूटपाट बाबर से करीब सात सौ साल पहले किया था खून-खराबा लाया था भूचाल
ये राजाओं के हमले नहीं थे ये थे इस्लाम के लुटेरों दहशतगर्दों के धावे-धमाल
सातवीं सदी की शुरुआत में विस्फोट के साथ वजूद में आया था इस्लाम कमाल
भारत के बाजुओं का जोर कम न था मगर आदर्शों जज्बातों का रहा खयाल
इस्लाम के आतंक पर कभी एकजुट होने का नहीं किया गया खयाल
काषी और मथुरा में भी विध्वंस के तमाशे हुए बहरहाल
बाबर के गुनाहों पर पर्दा डालने वालो ज़रा करो इतना खयाल
भारत बाबर की सरजमीं नहीं यह श्री राम की माटी है समझो मत करो सच को हलाल
पन्द्रह सौ साल पहले इस्लाम भारत-पाकिस्तान यानी जिहादिस्तान में तो क्या कहीं न था
आधी एशिया श्री राम की सरजमीं रही है क्यों झुठलाते हो सच को बारम्बार
शर्म आती है कबूलने में कि तुम भी राम-कृष्ण की औलादें हो
तो कम से कम अयोध्या पर तो दावे छोड़ दो
वर्ना करो बहस बताओ तुम पन्द्रह सौ साल पहले कहाँ थे
हम बताएंगे हम पन्द्रह सौ साल पहले कहाँ नहीं थे आओ हो जाए आर-पार
श्री राम की सनातन हिन्दू औलादो इतिहास से अब तो सीखो
खोया पाकिस्तान खोया बांग्लादेश दॉव पर लगाए बैठे हो कश्मीर
छोड़ दो बे-बुनियाद उदारता और आलस्य के राग
श्री राम मन्दिर के भव्य निर्माण से बचेगा हमारा वजूद
लौटेगा हमारा मनोबल बुलन्द होगा आत्मविश्वास
देश की एकता-अखंडता के लिये यह ज़रूरी है
बाबर-औरंगजेब के भूत को भगाए बिना देश निर्माण की मजबूत नीवं अधूरी है।
Virendra Dev Gaur
Chief Editor(NWN)