आर एस एस
देश के वजूद से लिपटी
जानलेवा अमर बेल नहीं,
यह संगठन हमवतन
प्राणदायी अमृत बेल है
आर एस एस विरोधियो।
भारत माता के पावन चरणों में
लोट-पोट होने
मर-मिटने के लिये पनपती-फैलती जा रही है,
यह प्राणदायी अमृत बेल
भारत के वजूद का हिस्सा है
आर एस एस विरोधियो।
अगर यह प्राणदायी अमृत बेल न होती
तो तुम लोग मौलवियो
कई पाकिस्तान यानी जिहादिस्तान
बना चुके होते भारत में अब तक
आर एस एस विरोधियो।
आर एस एस
वह फलदायी गेंद है
जिसे तुम जितना नोचोगे
जितना दबा-दबा कर पटकोगे
वह उतना ही बुलंदियों की ओर उछलेगी
आर एस एस विरोधियो
ओ विकृत अनाड़ियो।
इस हकीकत की प्रतिध्वनियाँ तुम्हे
कर्नाटक के चुनाव के नतीजों में
सुनाई पड़ जाएंगी औंरगजेबी मौलवियो।
VIRENDRA DEV GAUR
CHIEF-EDITOR