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भविष्य का प्रधानमंत्री लेने वाला है शपथ

कुछ ही पलों बाद राम राज्य का खिलेगा कमल
आज देश की राजधानी लखनऊ
नेशनल वार्ता ब्यूरो
कुछ ही पलों बाद योगी आदित्यनाथ अगले मुख्यमंत्री की शपथ लेने वाले हैं। वे कमर कसे हुए हैं कि उत्तर प्रदेश को सर्वोत्तम प्रदेश बनाकर ही दम लेंगे। उनके मंत्रिमण्डल के साथी भी शपथ लेंगे। जिनकी संख्या 50 हो सकती है। महिलाओं का प्रतिनिधित्व भी बढ़ने वाला है। कुछ मंत्री रिपीट होंगे। कुछ मंत्री जीत के बावजूद मंत्रिमण्डल में स्थान नहीं पाएंगे। उनकी क्षमता के आधार पर ऐसा हो सकता है। मंत्रिमण्डल इन्द्र धनुष होने वाला है। जिसमें सबका साथ सबका विकास सबका विश्वास की झलक होगी। इस बार का शपथ ग्रहण समारोह सचमुच ऐतिहासिक होने जा रहा है। यह शपथ ग्रहण समारोह मोदी योगी के दमखम का प्रमाण पत्र होगा। योगी अपने इस दूसरे कार्यकाल में उत्तर प्रदेश को यकीनन नम्बर वन की प्रतिष्ठा दिला देंगे। वे दिखा देंगे कि किसी का भी तुष्टिकरण यानी दुष्टिकरण किए बिना सबका भला किया जा सकता है। नए मंत्रियों को स्पष्ट निर्देश होगा कि वे जी-जान से प्रदेश के चहुमुँखी विकास के लिए जुट जाएं। मुलायम यादव परिवार की घनघोर निराशा के बीच इस परिवार की बहू अपर्णा यादव राज्य मंत्री के रूप में शपथ लेंगी। अदिति सिंह जो कांग्रेस को छोड़कर भाजपा की विधायक बनी हैं, उन्हें भी राज्य मंत्री बनाया जा सकता है। राजेश्वर सिंह और असीम अरूण को भी बड़ा दायित्व मिल सकता है। संजय निषाद को कैबिनेट में स्थान मिल सकता है । संभवतः उन्हें उप मुख्यमंत्री बना दिया जाए। केशव प्रसाद मौर्य को हार के बावजूद रिपीट किया जा सकता है। कुल मिलाकर योगी के मंत्रिमण्डल की छटा में सभी रंग होंगे। यह रंगीन मंत्रिमण्डल 2024 के आम चुनाव में भाजपा और उनके साथियों की प्रचण्ड जीत का शंखनाद होगा। यह शंखनाद आने वाले दो साल तक गूँजता ही रहेगा। भाजपा के विरोधियों को चेत जाना चाहिए। उन्हें सकारात्मक विरोध का रास्ता पकड़ना चाहिए वरना वे 2024 में मुँह दिखाने लायक नहीं रहेंगे। उनकी दुर्दशा वैसी ही होगी जैसी दुर्दशा हरदा यानि हरीश रावत, हरक सिंह रावत और स्वामी प्रसाद मौर्य की हो रही है। स्वामी प्रसाद रूपी नेवला भाजपा रूपी साँप का वध नहीं कर सका। लड़की हूँ लड़ सकती हूँ वाली देवी महज 2 सीट तक सिमट सकती हैं। यह उन्होंने कल्पना तक नहीं की होगी। गुलाबी महल की मालकिन देवी मायावती पर ईश्वर की अपार कृपा रही कि वे शून्य तक नहीं गिरीं। वे एक पर अटक गयीं। ताकि उनकी साँस न अटक जाए। इन आदरणीय विरोधियों को जात-पात और मजहबवाद से बाज आना होगा अन्यथा अगली बार शायद भगवान भी इन पर तरस न खाएं। योगी के इन्द्र धनुषी मंत्रिमण्डल में मोहसिन रजा बरकरार रहने वाले हैं। आज के लिए दिल्ली नहीं लखनऊ देश की राजधानी रहने वाली है। -सावित्री पुत्र वीर झुग्गीवाला (वीरेन्द्र देव), पत्रकार, देहरादून।


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