28 सितम्बर 1929-6 फरवरी 2022
-नेशनल वार्ता ब्यूरो-
आखिरकार सुर कोकिला लता जी हमें छोड़ गयीं। लता जी ने अपने सुरों से संगीत को निखारा। संगीत ने उन्हें नहीं निखारा। क्योंकि उनके सुर अपने आप में पूर्ण संगीत थे। उनका इस संसार में कोई सानी नहीं। किसी ने उनके पास फटकने का साहस किया तो वे स्वयं उनकी छोटी बहन आशा भोंसले जी हैं। भारतीय सिनेमा को शिखर तक पहुँचाने वाली व्यक्तित्व लता जी ही हैं। लता जी ने बचपन में गरीबी से सामना किया। वे बालपन से अभिनय की शौकीन थीं। धन के अभाव के कारण उन्होंने हिन्दी और मराठी फिल्मों में काम किया। बतौर अभिनेत्री उनकी पहली फिल्म 1942 में रिलीज हुई थी जिसका नाम ‘पाहिली मंगलागौर’ था। इसके बाद कई फिल्मों में उन्होंने अभिनय किया। बड़ी माँ फिल्म में लता ने नूरजहाँ जैसी अभिनेत्री के साथ अभिनय किया। इस फिल्म में लता जी की छोटी बहन का किरदार आशा भोेंसले ने निभाया था। लता जी का पहला गाना सिनेमा प्रेमियों को मराठी फिल्म ‘कीति हसाल’ में सुनने को मिला। 1947 में ‘आपकी सेवा’ नामक फिल्म में गायन से गायिका के रूप में लता जी ने अपनी पहचान बनाई। उन्होंने अभिनेत्री मधुबाला के लिए कई फिल्मों में गाने गाए। उनकी आवाज में जादू था। लता जी संगीत और सुर की दुनिया में ऐसे शिखर तक जा पहुँची थीं जहाँ उनके लिए बड़े से बडा सम्मान उनके व्यक्तित्व और कृतत्व के आगे कोई माने नहीं रखता। विनम्र लता जी लता दीदी के रूप में मशहूर रहीं। 6 फरवरी यानी आज सुबह-सुबह वे अपनी इस लोक की यात्रा के सभी पड़ाव पार कर दिवंगत हो गयीं। किन्तु, उनकी अमरता अजर अमर रहेगी। -सावित्री पुत्र वीर झुग्गीवाला (वीरेन्द्र देव), पत्रकार,देहरादून।