दोष साबित होने से पहले मीडिया न लगाए आरोप-समर्थक
उन्नाव । गैगंरेप मामले में आरोपी कहे जाने वाले भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेगंर को बडी राहत मिलने के सकेंत मिलने लगे है।विधायक उपर पीडिता व्दारा लगाया गया गैगंरेप का अरोप कितना सच है और कितना गलत है इसकी जांच सीबीआई टीम बडे ही गहनता से कर रही हैं।सूत्रो की माने तो सीबीआई टीम व्दारा पीडिता शैफाली का लखनऊ के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में मेडिकल परीक्षण कराया जहां पर पीडिता के नाबालिक होने के साक्ष्य प्राप्त नहीं होने की बात सामने आ रही है वहीं पीडिता व्दारा जांच में उपलब्ध कराए गए शैक्षिक प्रमाण पत्र भी अन्य जनपद के किसी स्कूल से बनवाने एवं उस स्कूल में कोइ रिकार्ड न मिलने की भी बात सामने आ रही है।अगर यह सारे प्रमाण सही साबित होते है तो निश्चित तौर पर गैगंरेप में आरोपित किए गए विधायक कुलदीप सिंह सेगंर को इस मामले में बडी राहत मिल सकती है।वहीं इस मामले में सीबीआई की टीम हर एक पहलू पर जांच पडताल व पूछ ताछ करने के साथ साथ साक्ष्यों को जुटाने में जुटी हुइ है।घटना के दिन से लेकर अब तक की काल डिटेल,व लोकेशन के बारे में पूरी जानकारी को जुटानें में सीबीआई टीम लगी हुइ है।सीबीआइ टीम की जांच पर विधायक के समर्थको ने पूरा भरोषा जाताया है।विधायक के समर्थक इस मामले को राजनीति से प्रभावति मान रहे है।उनका कहना है कि मामले में विधायक को एक षणयत्रं के तहत फसांने का काम किया गया।समर्थको ने देश की मीडिया से अपील करते हुए कहा कि जब तक विधायक पर दोश सिध्द न हो जाय तब तक मीडिया उनके नाम को बदनाम न करें।समर्थको ने कहा कि देश की सबसे बडी जांच एजेन्सी सीबीआई की टीम इस प्रकरण की निष्पक्ष जांच पडताल करने में लगी हुइ है मीडिया को सीबीआई की जांच रिपोर्ट आने का इन्तजार करना चाहिए और जाचं रिपोर्ट आने के बाद यथा स्थिति को देश के सामने लाना चाहिए।फिलहाल उक्त प्रकरण में सीबीआई अपना काम इमानदारी से कर रही है और कुछ दिनो बाद मामला खुलकर सामने आ जाएगंा कि आखिर कौन दोषी है और कौन निर्दोश है।