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मुण्डका अवैध फैक्ट्री में भ्रष्टाचार का ताण्डव

सरकारी भ्रष्टाचार जिहाद से कम नहीं
वीरेन्द्र देव, पत्रकार, देहरादून
सरकार के भ्रष्टाचार पर भी बुलडोजर चलना चाहिए। सरकारी भ्रष्टाचार ने मुण्डका में दर्जनों लोगों का जीवन लील लिया। सरकारी भ्रष्टाचार देश को खोखला कर रहा है। दिल्ली के निगम भी दोषी हैं। दिल्ली के निगम निकायों का भ्रष्टाचार भी रूकने का नाम नहीं ले रहा है। दिल्ली की केजरीवाल सरकार भी वोट के लिए किसी को नाराज नहीं करना चाहती। यह कैसी ईमानदारी है। ईमानदारी के रास्ते पर वोट गंवाने पड़ते हैं। जिसके लिए केजरीवाल सरकार रत्ती भर तैयार नहीं। दूसरी ओर दिल्ली के स्थानीय निगम भी भ्रष्टाचार की दल-दल में फंसे हुए हैं। केजरीवाल सरकार और दिल्ली के निगमों को सुधरना होगा। वोट की चिंता की जगह राष्ट्र की चिंता करनी पड़ेगी। अतिक्रमण हो या अवैध रूप से चल रही फैक्ट्रियाँ सब पर बुलडोजर चलना चाहिए। बुलडोजर की भाषा ही कानून के दुश्मनों को समझ आ रही है। दिल्ली के नगर निगमों और दिल्ली की केजरीवाल सरकार के साथ-साथ दिल्ली की पुलिस भी भ्रष्टाचार में लिप्त है। इन तीन धड़ों में से अगर एक धड़ा भी ईमानदार हो तो मुण्डका जैसा अग्निकाण्ड हो ही नहीं सकता। अगर हो भी जाए तो नरसंहार से बचा जा सकता है। मुण्डका अग्निकाण्ड में भस्म कर दिए गए 30 से ज्यादा लोगों के लिए सरकारी भ्रष्टाचार जिम्मेदार है। क्या दिल्ली का सम्बन्धित नगर निगम, दिल्ली सरकार की मशीनरी और दिल्ली की पुलिस को इस भस्म काण्ड के लिए जिम्मेदार ठहराया जाएगा। या भस्म हो गए लोगों के परिजनों को भीख देकर शांत करने की कोशिश की जाएगी। पूरी दिल्ली में अवैध फैक्ट्रियों को चिन्हित किया जाना बहुत जरूरी है। इन्हें चिन्हित करके इन पर जुर्माना लगाया जाना चाहिए। मानकों की पूर्ति के बाद ही इन्हें काम करने की इजाजत मिलनी चाहिए। जो फैक्ट्रियाँ मानकों पर खरी नहीं उतरतीं उन्हें बंद कर देना चाहिए। रोजगार के नाम पर इस तरह नरबलि की इजाजत देना अमानवीय है। कथित ईमानदार केजरीवाल सरकार को अपने हिस्से का काम तुरन्त करना चाहिए। फ्री, फ्री, फ्री का रोग फैलाने से ना तो दिल्ली सँवरेगी और ना ही देश। भाजपा शासित नगर निगमों को भी भ्रष्टाचार से बाज आना पड़ेगा। भ्रष्टाचार करोगे तो बुलडोजर फेरने से भी आपको लाभ नहीं होगा। मुण्डका अग्नि काण्ड में भस्म हो गए निर्दोष लोगों के परिजनों को आप सब मिल कर सहारा दें। उन्हें रोजगार दें और उन्हें जीवन भर पालें। यही आप लोगों की सजा है। निगम हो या दिल्ली सरकार या फिर दिल्ली की पुलिस सभी को भ्रष्टाचार से बचना पड़ेगा। भ्रष्टाचार होगा तो बार-बार दिल्ली में अग्नि काण्ड होते रहेंगे। निर्दोष लोग जिन्दा जलते रहेंगे। मुण्डका अग्नि काण्ड दिल्ली का अन्तिम अग्नि काण्ड होना चाहिए। केजरीवाल को भी जिहादियों के समर्थन से बाज आना चाहिए। अतिक्रमण को ध्वस्त करने के लिए निकले बुलडोजरों को रोकना अपराध है। दिल्ली की सत्ता से बेदखल कांग्रेस को भी दुष्टिकरण की नीति से बाज आना होगा। अब तुष्टिकरण बहुत पुराना जुमला हो गया है। अब तो आप लोग दुष्टिकरण की राह चल रहे हैं। जो ना तो गरीबों के हक में है और ना ही देश के। मुण्डका अग्नि काण्ड दिल्ली में हुए कई अग्नि काण्डों की ताजी बदनसीब कड़ी है। इस कड़ी को अब हथकड़ी लग जानी चाहिए। ऐसे अग्नि काण्डों पर पूर्ण विराम लग जाना चाहिए। फैक्ट्रियों में होने वाले अग्नि काण्ड देश के नाम पर कलंक हैं। जो भ्रष्टाचारी जिहाद का नतीजा हैं।


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