छह महीने ऊखीमठ स्थित ओंकारेश्वर धाम में विश्राम के बाद बाबा केदार को केदारपुरी के लिए विदा करने की तैयारियां आरंभ हो गई हैं। पौराणिक परंपराओं के अनुसार शनिवार को ओंकारेश्वर धाम में बाबा के क्षेत्रपाल भगवान भैरवनाथ की पूजा की गई। रविवार को बाबा केदार की उत्सव डोली केदारपुरी के लिए रवाना होगी।ग्रीष्मकाल के दौरान छह महीने भगवान केदारनाथ समुद्रतल से 11500 फीट की ऊंचाई पर स्थित केदारपुरी में भक्तों को दर्शन देते हैं। जबकि, शीतकाल के छह महीने उनका प्रवास पंचकेदार गद्दी स्थल ओंकारेश्वर धाम में होता है। अब चूंकि केदारनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि तीन मई तय हो चुकी है, इसलिए बाबा को केदारपुरी के लिए विदा करने की तैयारियां शुरू हो गई हैं। इसी क्रम में पंचकेदार गद्दी स्थल ओंकारेश्वर धाम ऊखीमठ में विधि-विधान से बाबा केदारनाथ के क्षेत्रपाल के रूप में भगवान भैरवनाथ की पूजा-अर्चना हुई। इसी के साथ भैरवनाथ की आराध्य डोली को सभा मंडप में विराजमान किया गया। केदारनाथ धाम के रावल भीमाशंकर लिंग व मुख्य पुजारी वागेश लिंग ने पूजा-अर्चना के बाद भैरवनाथ को भोग अर्पित किया। इसी के साथ भगवान की उत्सव डोली यात्रा का भी विधिवत शुभारंभ हो गया।