इस्राइल के ओली ने हमास और इस्राइल के बीच जारी जंग को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। वर्तमान में मध्य अमेरिका के कोस्टारिका में रह रहे स्वामी काशीकानंद (ओली) कहते हैं कि इस्राइल ने कई बार इस समस्या को हल करने की कोशिश की, लेकिन यह समस्या बढ़ती गई।
इस्राइल के ओली उत्तरकाशी में स्वामी काशीकानंद बन गए। 2000 के बाद से वे उत्तरकाशी कई बार आ चुके हैं। स्वामी काशीकानंद, जो फिलहाल मध्य अमेरिका में कोस्टारिका में रहते हैं, ने इजराइल और हमास के बीच चल रहे युद्ध को दुर्भाग्यपूर्ण बताया।
ओली,इस्राइल के किबूत्ज में जन्मे 50 वर्षीय व्यक्ति, कंप्यूटर साइंस और प्रबंधन में डिग्री प्राप्त की है। 1997 में इजराइल के तेल अवीव में ही उन्होंने योग अभ्यास किया था, फिर 2000 में भारत आकर स्वामी चैतन्य नंदा से काफी प्रभावित हुए। उन्होंने 2003 में स्वामी चैतन्य नंदा के निधन के बाद सन्यास ग्रहण किया था। उनके गुरु मुक्तानंद ने उनका नाम बदलकर स्वामी काशीकानंद दिया।
लाखों अन्यायी लोगों को दर्द सहना पड़ रहा है
उनका यहां आना-जाना लगा रहता है क्योंकि वे पाटा संग्राली स्थित चैतन्य तपोवन आश्रम से जुड़े हुए हैं। दूरभाष पर स्वामी काशीकानंद ने कहा कि युद्ध से लाखों बेगुनाह लोगों को दुःख उठाना पड़ता है।
इजराइल ने कई बार इस समस्या को हल करने की कोशिश की, लेकिन यह समस्या बढ़ती चली गई। उन्हें युद्ध में भारत के इजराइज का समर्थन करना पसंद आया। कहा कि भारत और इस्राइल में बहुत सारी समानताएं हैं।