तीन तलाक की चोट
तूने सीने पर खाई थी
बंगाल की लक्ष्मीबाई तूने
न्याय की तलवार उठाई थी
न्याय की लड़ाई अपनी
तू सुप्रीम कोर्ट तक लाई थी
सुप्रीम कोर्ट ने तेरी हुंकार पर
अपनी मोहर लगाई थी
मोदी की सरकार ने मन में अपने ठानी है
इषरत जहाँ जैसी मर्दानी न्याय के मन्दिर की रानी है
भारत में तीन तलाक का फिरंगी राज देश से निकलेगा
वीरांगना इशरत जहाँ का ख्वाब हकीकत में बदलेगा
तीन तलाक की ज़ालिम रस्म को सुपुर्द-ए-खाक कर देंगे
जुल्मोसितम के दौर को इतिहास के हवाले कर देंगे
शाह बानो से इशरत जहाँ का
ज़ालिम दौर तो हमने देखा है
मोदी सरकार और इन मर्दानियों का होंसला भी हमने देखा है
आनेवाली पीढ़ियो खबरदार!
इन्हे कभी भुला न देना
इन लक्ष्मीबाइयों की कुर्बानियों को दिल से जुदा न करना
सन सत्तावन रानी झाँसी की याद हमें हो आई है
बहन इशरत जहाँ तेरी जय में आँख भर आई है।
Virendra Dev Gaur
( Chief-Editor )