बिल्डर और कपड़ा कारोबारी के पास बरामद 96 करोड़ रूपये की बरामदी का है मामला
कानपुर । बिल्डर और कपड़ा कारोबारी आनंद खत्री के पास बरामद 96 करोड़ रुपए की पुरानी करंसी की जांच तेज हो गई है। एक तरफ एनआईए और प्रवर्तन निदेशालय लगातार इस केस की निगरानी कर रहा है तो दूसरी तरफ आयकर विभाग के रडार पर एक दर्जन से ज्यादा सफेदपोश आ गए हैं। इनमें नेता व कारोबारी हैं। बीते दिनों 96 करोड़ रुपए के पुराने नोटों के साथ बिल्डर और कपड़ा व्यापारी आनंद खत्री सहित सोलह लोगों को गिरफ्तार किया गया था। इस करंसी को 40 फीसदी कमीशन पर नई करंसी में तब्दील करने का झांसा मनी चेंजरों ने किया था। देश में पुरानी करंसी के रूप में जमा कालेधन की ये सबसे बड़ी बरामदगी है। अब आयकर विभाग उन लोगों के रिकार्ड खंगाल रहा है,जिन पर संदेह है कि 96 करोड़ की पुरानी करंसी में उनका हिस्सा भी है। इसके लिए नोटबंदी के दौरान जिन लोगों ने खातों में मोटी रकम जमा की थी, उन्हें जांच के रडार पर लिया गया है। ऐसे लोगों की जांच नए सिरे से की जाएगी,जिन्होंने आयकर नोटिसों का जवाब नहीं दिया। आनंद खत्री से जुड़े कारोबारी,व्यापारी और कर्मचारियों के खातों का डिटेल भी आयकर विभाग जांच रहा है। नोटबंदी से पहले से लेकर अभी तक यानी करीब दो साल का बैंक रिकार्ड और संपत्ति रिकार्ड चेक किया जा रहा है। अभी तक की जांच में शहर के कुछ बड़े व्यापारी और सफेदपोश नेता संदिग्धों की सूची में आ गए हैं। सूत्रों के मुताबिक रीयल इस्टेट से जुड़े एक व्यापारी के करीब आठ करोड़ रुपए भी पुरानी करंसी का हिस्सा हैं। उनके बहीखातों की खुफिया जांच भी शुरु हो गई है। इस मामले में तेजी से बढऩे के लिए आयकर विभाग कोर्ट से अनुमति लेकर आनंद खत्री से पूछताछ की तैयारी कर रहा है।