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रुद्रप्रयाग (संवाददाता)। अगस्त्यमुनि और विजयनगर क्षेत्र में बीती रात भारी बारिश से कई घरों एवं दुकानों में पानी घुस गया है। स्थानीय लोगों एवं व्यापारियों को इससे काफी नुकसान हुआ है। जबकि सिल्ली बाजार के ठीक सामने चाका गांव में मूसलाधार बारिश से तीन आवासीय मकान, दो गोशाला और एक चक्की ध्वस्त हो गई है। एक गाय और भैंस के मलबे में दबने की सूचना है। इस घटना से रातभर क्षेत्र में अफरा-तफरी का माहौल रहा।गुरुवार देर रात्रि अगस्त्यमुनि में अतिवृष्टि होने से बसंत बिहार, विजयनगर, बैंक कालोनी के कई घरों एवं दुकानों में पानी के साथ मलबा घुस गया। चाका गांव में मूसलाधार बारिश से तीन आवासीय भवन, दो गोशालाओं के साथ एक चक्की भी तबाह हो गई। सूचना देने के बाद भी पुलिस एवं प्रशासन की टीम मौके पर एक घंटे देरी से पहुंची जिससे लोगों में आक्रोश दिखा। शुक्रवार को केदारनाथ विधायक मनोज रावत एवं रुद्रप्रयाग विधायक भरत सिंह चौधरी के साथ ही प्रभारी पुलिस अधीक्षक राजेश भट्ट ने मौके का मुआयना किया जबकि प्रभावित परिवारों और दुकानदारों का ढांढ़स बंधाया। वर्ष 2005 में विजयनगर आपदा के बाद फिर इस घटना से लोग खौफजदा हो गये हैं। रुमसी, भौंसाल, चैण्ड, बेंजी व चाका-फलाटी के जंगलों में अत्यधिक वर्षा से टूट-फूट हो गई और जंगलों का भारी मलबा बस्तियों की ओर बढ़ गया। इसमें अगस्त्यमुनि बाईपास निर्माण के मलबे ने और तेजी दी और लोगों के घरों-दुकानों में तबाही मचा दी। अगस्त्यमुनि नगर पंचायत क्षेत्र के बसंत बिहार इलाके में पूर्व विधायक शैला रानी रावत के घर सहित दर्जन भर घरों में पानी भरने से अफरा-तफरी मच गई। कई घरों की चाहरदीवारी टूट गई जबकि कई घरों में पानी भरने के बाद सुरक्षा के लिहाज से खुद अपनी दीवार तोड़ी। बैंक कालोनी में अम्मा भोजनालय सहित कई घरों-दुकानों में पानी भरने से काफी नुकसान हुआ है। अगस्त्यमुनि स्टेडियम की दीवार टूटने से लाइब्रेरी जाने का रास्ता क्षतिग्रस्त हो गया है। विजयनगर के बीचों बीच बहने वाले गधेरे में भारी मात्रा में मलबा आया, लेकिन राष्ट्रीय राजमार्ग पर निकासी तंग होने से इसका मलबा बाजार में फैल गया। जिससे करीब पचास से अधिक दुकानों में मलबा घुस गया। इससे दुकानदारों को लाखों का नुकसान झेलना पड़ गया। वहीं मलबे में आधे दर्जन दुपहिया वाहन दब गये। शाम तक दुकानदार, एसडीआरएफ व पुलिस, पीआरडी के जवान दुकानों, घरों व नालियों से मलबा साफ करते रहे। पेट्रोल पम्प के पास भी भारी मलवा आने से एक ट्रक मलवे में धंस गया। वहीं सोडी में एक पेड के टूटने से एक अन्य ट्रक छतिग्रस्त हुआ साथ ही जिला पंचायत का शौचालय भी छतिग्रस्त हो गया। पुराना देवल गधेरे में भी ताली-बगर अनुसूचित जाति बस्ती में अफरा-तफरी का माहौल रहा। ग्रामीणों ने रतजगा किया और घरों से निकलकर सुरक्षित स्थानों की ओर भाग गये। पूर्व प्रधान कुंवर लाल आर्य ने इस आपदा का कारण बाईपास मार्ग के मलबे को बताया है। इस घटना की सूचना मिलने पर केदारनाथ के विधायक मनोज रावत, रुद्रप्रयाग के विधायक भरत सिंह चैधरी, बदरीकेदार मंदिर समिति के उपाध्यक्ष अशोक खत्री, नगर पंचायत अध्यक्ष अरुणा बेंजवाल, व्यापार संघ अध्यक्ष मोहन रौतेला, भाजपा जिलाध्यक्ष विजय कप्रवाण, कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष हरीश गुसाईं, नगर अध्यक्ष भूपेंद्र राणा, नपं सभासद उमा प्रसाद भट्ट, एडीएम अरविंद पाण्डे, एसडीएम सदर, सीओ जीएल कोहली आदि ने प्रभावितों से मिलकर उन्हें ढाढस बंधाया और हर संभव सहायता का आश्वासन दिया। वहीं प्रभावितों ने शासन प्रशासन से छतिपूर्ती व मुआवजा देने की मांग की है।-