छत्तीसगढ़ में पीएससी घोटाला ने राज्य की राजनीति गर्म कर दी है। मामले में दोनों पक्ष लगातार आरोप लगा रहे हैं। एक दूसरे पर आक्रमण कर रहे हैं।
छत्तीसगढ़ में पीएससी घोटाला ने राज्य की राजनीति गर्म कर दी है। मामले में दोनों पक्ष लगातार आरोप लगा रहे हैं। एक दूसरे पर आक्रमण कर रहे हैं। सोमवार को प्रदेश के पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने बीजेपी प्रदेश कार्यालय एकात्म परिसर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस लेकर भूपेश सरकार पर जमकर हमला बोला। उनका प्रश्न था कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पीएससी घोटाले की जांच शुरू करने की घोषणा क्यों नहीं की? केवल दिखावे के लिए शिकायतों पर जांच की बात कह रहे हैं। राज्य सरकार पर उन्होंने कई गंभीर आरोप लगाए। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के सह पर घोटाला हुआ है। जेल में बंद अधिकारी इस काम में सीएम का साथ था।
“भूपेश है तो भरोसा है” का मजाक उड़ाते हुए कहा कि भूपेश ने जनता का भरोसा खो दिया है। 3 अक्टूबर से बीजेपी सरकार का विकास खोजने के लिए दूरबीन ले जाएगी। राजधानी में शिक्षा हब के नाम पर व्यापक भ्रष्टाचार हुआ है। सीएम भूपेश ने रायपुर का विकास करने के लिए 1000 करोड़ रुपये दिए, लेकिन कोई टेंडर नहीं हुआ। दावा करते हुए कहा कि भाजपा के 15 साल के कार्यकाल में बिना टेंडर के एक भी भूमिपूजन नहीं हुआ है। विधानसभा भवन का भूमिपूजन सोनिया गांधी ने बिना किसी टेंडर के किया।
जरवाय गौठन का मुद्दा उठाते हुए उन्होंने कहा कि छह गाये मर गईं और निगम प्रशासन मामले में चुप रहा। कमिश्नर ने राजनीति की है। गौठान पर करोड़ों रुपये खर्च किए गए हैं, लेकिन गायों को चारा-पानी तक नहीं मिल रहा है। इन गौठानों में मवेशियों के लिए उचित रखरखाव और इलाज की सुविधा भी नहीं है। मवेशी बदहाल रहते हैं। बिना चारा-पानी के छह गायें मर गईं। भूपेश सरकार को इसके लिए गौ हत्या का पाप लगेगा।