मैं सीरियस वो नॉन सीरियस बस करो देश तो है सीरियस
उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री कह रहे हैं कि हरीश रावत सीरियस नहीं हैं क्योंकि उनकी पार्टी ही उन्हें सीरियस नहीं मानती। इस सीरियस नॉन सीरियस के बीच हरीश रावत आम आदमी पार्टी से घबराकर दलित उम्मीदवार को मुख्यमंत्री बनाने की पहल कर चुके हैं। उन्हें समझ आ गया कि उनके वोट यह नई पार्टी काट रही है। हरीश रावत का यह दाँव उनके मन में बैठे डर की ओर इशारा कर रहा है। हालाँकि, सभी पार्टियाँ खासकर कांग्रेस और भाजपा में भितरघात इस बार भी जारी है। चौकाने वाली बात यह है कि भाजपा के अन्दर चल रही भितरघात गहराती जा रही है। बहरहाल, यह तय है कि आम आदमी पार्टी के वोटर मूल रूप से कांग्रेस के परम्परागत वोटर हैं। इसका खामियाजा दलितवाद को बढ़ावा दे रही पार्टी के बड़े नेता हरीश रावत को भुगतना पड़ सकता है क्योंकि बसपा के उम्मीदवार भी कांग्रेस के वोट ही खीचेंगे।
-सावित्री पुत्र वीर झुग्गीवाला (वीरेन्द्र देव), पत्रकार,देहरादून।