दीप्ति नेगी-रिपोर्टर
देहरादून । उत्तराखंड के 17 वीं वर्षगांठ पर प्रदेश भर में जश्न का माहौल रहा। प्रदेश में जहाँ अलग अलग संस्थानों में उत्तराखंड स्थापना दिवस पूरे उत्साह क साथ मनाया गया वही उत्तराखंड पुलिस विभाग ने प्रदेश भर के विभिन्न स्कूली छात्र छात्रों की उपस्थिति में इस कार्यक्रम को अलग बुलंदियों पर पहुँचाया। गुरुवार सुबह पुलिस लाइन की छठा कुछ अलग ही नज़र आई। कार्यक्रम की शुरुआत राज्य के राज्यपाल श्री कृष्णा कान्त पॉल द्वारा पुलिस बल की सलामी लेते हुए हुई जिसमे शहर की एसएसपी निवेदिता कुकरेती ने घोड़े पर सवार होकर राज्यपाल को सलामी दी। कार्यक्रम में मुख्य अथिति के रूप में मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने उपस्तिथि दर्ज करायी।
इसके पश्चात् शहर के एएसपी लोकर्श्वर सिंह ने परेड की अगुवाई की। यह पहली बार हुआ जब किसी एसएसपी ने घुड़सवारी करते हुए परेड की शुरुआत की। इस दौरान राज्यपाल ने पुलिस परेड कार्यकारिणी अधिकारीयों से हाथ मिला कर उनके प्रदर्शन की प्रशंसा की। परेड का मुख्य आकर्षण पुलिस बल का साहसिक व प्रशंसनीय प्रदर्शन रहा। पुलिस ने कार्यक्रम में एक तरफ जहाँ अपने खोजी कुत्तो के प्रदर्शन से दर्शको को ध्यान खीच वही उनके द्वारा राज्यपाल को फूल स्वरुप देकर उत्तराखंड पुलिस की
बेहतर ट्रेनिंग का साक्ष्य दिया। पुलिस की एक टुकड़ी ने शानदार घुड़सवारी करते हुए राज्यपाल को सलामी दी। इस दौरान उन्होंने घोड़े के साथ ऊँची कूद, हर्डल कूद दिखाई। कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण का केंद्र रहा उत्तराखंड पुलिस के एंटी टेररिस्ट स्क्वाड (एटीएस)। ए टी एस के कमाण्डो ने अपने ‘स्मार्ट टेररिस्ट हैंडलिंग’ के जरिये
आतंकवादियों से निपटने के बेहतरीन तरीको का प्रदर्शन किया । दर्शको ने कमांडो के इस जानदार प्रदर्शन को खूब सराहा। इस बार की परेड का मुख्य आकर्षण का केंद्र रही ३८ पुलिस वाहिनी जिन्होंने राज्यपाल,मुख्यमंत्री और मंचासीन पुलिस पदाघिकारियों को सलामी दी। इस दौरान राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने सभी प्रदेशवासियों को
17 वीं वर्षगांठ की हार्दिक सुभकामनायें दी और प्रदेश क अच्छे भविष्य की कामना की। इस दौरान डीजीपी अनिल रतूड़ी, ए डी जी अशोक कुमार, एस पी ट्रैफिक धीरेन्द्र गुंजयाल आदि पदाघिकारियों ने कार्यक्रम की शोभा बढ़ायी।