चैंपियंस ट्रॉफी का सबसे रोमांचक भारत-पाकिस्तान मैच आज दोपहर 3 बजे से खेला जाएगा. बर्मिंघम में होने वाले इस मैच को लेकर दोनों टीमें तैयार हैं. तमाम टीमों के बीच भारत इकलौती ऐसी टीम है, जिसने अपने दोनों अभ्यास मैच जीते हैं.
नई दिल्ली। मैदान के बाहर के विवाद का वक्त ख़त्म हो चुका है. भारत को अभ्यास के लिए चाहे टॉप क्लास मौक़े ना मिले हों, लेकिन अभ्यास मैचों में टीम इंडिया अपने तेवर दिखा चुकी है. भारत ने अपने दोनों अभ्यास मैचों में बड़ी जीत हासिल (न्यूज़ीलांड को डी/एल 45 रनों से हराया और बांग्लादेश को 340 रनों से हराया) कर अपनी ताक़त और तैयारी का अहसास करवा दिया है. भारत-पाक महामुक़ाबले में टीम इंडिया के धुरंधरों से धमाके की उम्मीद की जा रही है. शिखर और रोहित की जोड़ी के साथ खुद कप्तान विराट, युवराज सिंह और एमएस धोनी जैसे बल्लेबाज़, पाक अटैक का शानदार जवाब नजऱ आते हैं. भारत का निचला क्रम भी पारी को संवारने का माद्दा रखता है. भारतीय गेंदबाज़ी यूनिट टीम की ताक़त मानी जा रही है. भुवनेश्वर, उमेश यादव, आर अश्विन और रवींद्र जडेजा लय में हैं और पाकिस्तान के खि़लाफ़ घातक साबित हो सकते हैं. पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर से लेकर पूर्व स्पिन सम्राट एरापल्ली प्रसन्ना मानते हैं कि इस बार भारतीय गेंदबाज़ी कहीं ज़्यादा संतुलित है भारतीय जीत की वजह बन सकती है. पाकिस्तानी कप्तान सरफऱाज़ अहमद कह चुके हैं कि वो नेचुरल गेम खेलकर अपना बेहतरीन प्रदर्शन करने की कोशिश करेंगे और उनके पास खोने के लिए कुछ नहीं है. वहाब रियाज़, जुनैद ख़ान, मो. आमिर और हसन अली या शादाब ख़ान जैसे गेंदबाज़ ख़तरनाक नजऱ आते हैं. ये और बात है कि इन पाकिस्तानी दिग्गजों के सामने फ़िलहाल रैंकिंग में पाकिस्तान से ऊपर बांग्लादेशी (आईसीसी रैंकिंगः बांग्लादेश 7, पाकिस्तान 8) टीम ने अभ्यास मैच में इनके खि़लाफ़ 341 रन बना लिए. पाकिस्तान के कप्तान सरफऱाज़ अहमद कहते हैं कि चौंपियंस ट्रॉफ़ी में उनका रिकॉर्ड भारत से बेहतर है और उनकी टीम इसे बरकऱार रखने की कोशिश करेगी.
क्या कहते हैं आंकड़े
1.आईसीसी चौंपियंस ट्रॉफ़ी में पाकिस्तान ने भारत को 3 में से 2 मुक़ाबलों में शिकस्त दी है..
2.लेकिन पिछले 10 साल में भारत का पलड़ा कहीं भारी रहा है जहां टीम इंडिया ने पाक के खि़लाफ़ 19 में से 11 मैच जीते हैं.
3.पिछले 10 वनडे मैचों में भारत ने 6 मैच अपने नाम किए जबकि पाकिस्तान ने 4 मैच जीते हैं.
दोनों टीमों के बीच दस वनडे मैच भी 9 साल में खेले जा सके. इसलिए इस मौक़े का इंतज़ार दोनों टीमों के करोड़ों फ़ैन्स जुनून के साथ कर रहे हैं. लेकिन जिस टीम के खिलाड़ी इस जुनून से बचकर अपना बेहतरीन प्रदर्शन करेंगे बाज़ी उसी टीम के हाथ लगेगी.