गजराज फिर से कबीरधाम पहुंचे। सोमवार और मंगलवार की दोपहर 12.30 बजे पंडरिया ब्लॉक के नरसिंहपुर गांव में भारी शोर मचाया गया था। करीब पांच से छह घरों को नुकसान हुआ। हाथी गांव में घुसने के बाद लोगों को रात को गांव छोड़ना पड़ा।
लेकिन मंगलवार सुबह गांव वापस आए। तब तक कई घरों को क्षति हुई थी। यह सुखद है कि किसी को कुछ नहीं हुआ है। ग्रामीणों ने बताया कि दल में छह हाथी थे। ये एमपी-सीजी बॉर्डर में काम कर रहे हैं।
पिछले एक सप्ताह से, हाथियों ने अचानकमार अभयारण से एमपी के करंजिया से छत्तीसगढ़ के गांव में प्रवेश किया है। वह बीते 11 नवंबर को सीजी के ग्राम भेल्की में देखा गया था। अब वे 21 नवंबर को नरसिंहपुर पहुंच गए हैं। अब हाथी गन्ना खेत में घुस गए हैं। यहाँ वन विभाग की टीम है।