छत्तीसगढ़ में पहली बार चुनाव के दौरान सुकमा के ताड़मेटला और दुलेड में सीआरपीएफ और नक्सलियों के बीच झड़प हुई। कोबरा 206 में नक्सलियों से युद्ध हुआ। मीनपा में पोलिंग पार्टी की सुरक्षा के लिए जंगलों में सैनिकों की तैनाती की गई थी। मुठभेड़ में कुछ जवान घायल हुए हैं।
नारायणपुर में भी हिंसा
छत्तीसगढ़ के नारायणपुर में जंगल क्षेत्र में एसटीएफ और नक्सलियों के बीच झड़प हुई। एसटीएफ के जवान मुठभेड़ के बीच नक्सलियों से भागते हैं। क्षेत्र की खोज की जा रही है। मतदान जारी है, हालांकि सोशल मीडिया पर नक्सलियों द्वारा मतदान केंद्रों को घेरने की वायरल खबरें गलत हैं।
कांकेर में नक्सलियों और पुलिस के बीच भी मुठभेड़
कांकेर में नक्सलियों और पुलिस के बीच झड़प हुई। मुठभेड़ लगभग आधे घंटे चली। चुने गए बीएसएफ और बस्तर फाइटर के जवानों के साथ माड़पखांजूर और उलिया जंगल में संघर्ष हुआ। पूरा मामला पखांजुर एसपी को बताया गया है।
BSF और DRG की टीम कांकेर में बांदे थाना क्षेत्र में एरिया डोमिनेशन पे निकली थी। इसी दौरान पानावर के पास डीआरजी से मुठभेड़ हुई। AK-47 घटनास्थल से बरामद हुआ है। फिलहाल, क्षेत्र में सर्च कार्य जारी है। कुछ नक्सलियों के घायल होने और मरने की संभावना है।
सीआरपीएफ और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ बीजापुर में
बीजापुर के गंगालूर रोड पर सीआरपीएफ जवानों की पार्टी ने नक्सलियों से मुठभेड़ की। पुलिस ने कहा कि नक्सली दो से तीन लोगों को मारकर भाग रहे थे। घटनास्थल पर घसीटने के निशान और खून के धब्बे मिले हैं।
पुलिस ने बताया कि सीआरपीएफ 85 बटालियन की टीम मंगलवार को एरिया डॉमिनेशन से पदेडा की दक्षिण दिशा की ओर चली गई थी। इसी पुलिस जवानों व नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हो गई। मुठभेड़ लगभग पांच से दसवीं मिनट चली। हालाँकि, हर युवा सुरक्षित है। पुलिस सर्चिंग अभी भी जारी है।