उत्तराखंड में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और होमगार्डों के लिए अच्छी खबर है। यदि राज्य सरकार से अनुमति मिलती है तो उनके भी खाते में पीएफ जमा होगा। इसके लिए, कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने राज्य सरकार को पत्र लिखा है, जिसमें पीएफ के फायदे बताए गए हैं।
ईपीएफओ के क्षेत्रीय आयुक्त विश्वजीत सागर ने कहा कि कानून के अनुसार एक दिन का काम करने वाले भी पीएफ के दायरे में आते हैं। राज्य सरकार को पत्र लिखकर पीएफ फायदे बताए गए हैं, ताकि होमगार्ड और आंगनबाड़ी कर्मचारियों को भी इसका लाभ मिल सके।
सरकार की ओर से सकारात्मक जवाब आने के बाद ही इस दिशा में काम शुरू किया जाएगा। इसके अलावा शादी एवं त्योहारी सीजन के दौरान होटल में काम करने वाले कर्मचारियों को भी पीएफ से जोड़ने का काम किया जाएगा।
लोकल कोर्ट संख्या मिलने से कर्मचारियों को लाभ
जहां भी कोई कंपनी या विभाग काम करता है, उसे उस स्थान का लोकल कोर्ट नंबर पता होना चाहिए। ऐसा करने से उस विभाग या कंपनी में काम करने वाले कर्मचारियों को पीएफ से संबंधित काम करने में आसानी होती है। उदाहरण के लिए, अगर गुजरात की एक कंपनी उत्तराखंड में काम करती है और उसके कर्मचारी वहाँ रहते हैं, तो उस कंपनी को वहाँ के ईपीएफओ कार्यालय से स्थानीय न्यायालय का नंबर लेना होगा। इससे उत्तराखंड में ही सभी कर्मचारी अपनी पीएफ समस्याओं को हल कर सकेंगे।
ईपीएफओ इस साल रिकवरी को बढ़ा देगा
नए साल से रिकॉर्डिंग तेज होगी, ईपीएफओ के क्षेत्रीय आयुक्त विश्वजीत सागर ने कहा। ईपीएफओ ने इसके लिए करीब 450 कंपनियों को नोटिस भेजकर विवरण मांगा है। डाटा तैयार होने के बाद ही बकायेदारों पर कार्रवाई की जाएगी।