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जापान हुआ रैनसमवेयर साइबर हमले का शिकार

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जापान विश्व भर के 150 देशों में अफरा-तफरी की स्थिति पैदा कर देने वाले ‘रैनसमवेयरÓ साइबर हमले का शिकार बना है. इस हमले ने 600 स्थानों के सैंकड़ों कंप्यूटरों को अपनी चपेट में लिया था.
निसान मोटर कोर्प ने पुष्टि की
निसान मोटर कोर्प ने इस बात की पुष्टि की है कि कुछ इकाइयों को निशाना बनाया गया लेकिन हमारे कारोबार पर कोई बड़ा असर नहीं पड़ा. हिताची की प्रवक्ता यूको तैनूची ने कहा कि ईमेल धीमे चल रहे थे या फिर पहुंच नहीं पा रहे थे. फाइलें खुल नहीं पा रही थीं. कंपनी का मानना है कि हालांकि कोई फिरौती मांगी नहीं गई है लेकिन ये समस्याएं रैनसमवेयर हमले से जुड़ी हैं. समस्याओं को सुलझाने के लिए वे सॉफ्टवेयर डाल रहे हैं.
जापान में 600 स्थानों पर 2000 कंप्यूटरों के प्रभावित होने की सूचना
कंप्यूटर हमलों से निपटने के लिए सहयोग करने वाली गैर सरकारी संस्था द जापान कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम कॉर्डिनेशन सेंटर ने कहा कि अब तक जापान में 600 स्थानों पर 2000 कंप्यूटरों के प्रभावित होने की सूचना है.
कुछ अन्य लोगों ने भी इस हमले की जानकारी दी. ‘वानाक्राईÓ नामक इस हमले ने ब्रिटेन के अस्पतालों के तंत्र, जर्मनी के राष्ट्रीय रेलवे, दुनिया भर की अन्य कंपनियों और सरकारी एजेंसियों को संचालित करने वाले कंप्यूटरों को पंगु बना दिया था. यह हमला इंटरनेट की दुनिया में सबसे बड़ी फिरौती की योजना हो सकता है.
भारत को क्या है खतरा
भारत में फिलहाल डिजिटल इंडिया पर जोर है. ऐसे में साइबर अटैक से खतरा भी बढ़ रहा है. ब्रिटेन में रैनसमवेयर अटैक ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा (एनएचएस) को निशाना बनाया. अगर भारत में ऐसी किसी सेवा पर हमला हुआ तो करोड़ लोग प्रभावित होंगे. भारत में तेजी से सभी जानकारियों को डिजिटल करने और आधार से जोडऩे का काम चल रहा है. ऐसे में वानाक्राइ जैसे साइबर अटैक से नुकसान का खतरा बढ़ जाता है.
300 डॉलर की फिरौती की मांग
एक कंप्यूटर मालवेयर के जरिए हमला करने वालों ने लोगों के कंप्यूटर सिस्टम को लॉक कर दिया है और उसके बाद उसे खोलने के लिए फिरौती की मांग की. साइबर अटैकर्स ने बिटकॉइन्स में 300 डॉलर की फिरौती की मांग की. फ्रांस, रूस, ब्रिटेन, स्वीडन, रूस सहित दुनिया के कई देश इससे प्रभावित हुए. भारत भी हमले से अछूता नहीं रहा. इस रैनसमवेयर वानाक्राइ या वानाक्रिप्ट का नाम दिया गया.
क्या होता है रैनसमवेयर साइबर अटैक
आमतौर पर कई मालवेयर, जिन्हें हम अक्सर वायरस कहते हैं, आपके कंप्यूटर में गलत तरीके से घुस जाते हैं. अक्सर इनका उद्देश्य या तो आपके कंप्यूटर के डाटा को चुराना होता है या फिर उसे मिटाना. लेकिन रैनसमवेयर आपके सिस्टम में आकर आपके डाटा को इनक्रिप्ट यानी लॉक कर देता है. यूजर तब तक इसमें मौजूद डेटा तक नहीं पहुंच पाता जब तक कि वह इसे ‘अनलॉक करने के लिए रैनसम यानी फिरौती नहीं देता. ये मालवेयर ईमेल के जरिए फैलता है.
रैनसमवेयर साइबर अटैक से खुद को कैसे बचाएं
अगर आप पुराने विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम जैसे एक्सपी, 8 या विस्टा का उपयोग कर रहे हों तो उसे अपडेट कर लें. माइक्रोसाफ्ट ने विशेष सिक्यॉरिटी पैच जारी किए हैं.
सुरक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि किसी भी तरह के मेल के साथ आने वाले रार, जीप या इस तरह के कंप्रेश फाइल को खोलने से पहले सुनिश्चित कर लें कि यह सही हैं. अनजाने मेल या लॉटरी से संबंधित मेल को किसी भी तरह खोलने की कोशिश न करें.
अपने सिस्टम में एंटी वायरस, एंटी फिशिंग, एंटी मालवेयर को तत्काल अपडेट कर लें. अंतिम सुझाव फिर से कि किसी भी अनजाने मेल या किसी वेबसाइट के अनजाने लिंक को खोलने से पहले सौ बार सोचें.
साइबर हमले से 2 लाख से अधिक इंटरनेट यूजर्स प्रभावित
यूरोपोल प्रमुख रॉब वेनराइट ने रविवार को कहा कि शुक्रवार को हुए वैश्विक साइबर हमले से 150 देशों के 2 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं. बीबीसी ने ब्रिटेन के आईटीवी से वेनराइट के साक्षात्कार के हवाले से कहा, नवीनतम गणना में कम से कम 150 देशों के 200,000 से ज्यादा पीडि़त हैं. इन पीडि़तों में बड़े निगमों सहित ज्यादातर व्यापारी होंगे. इसकी वैश्विक पहुंच अभूतपूर्व है. वेनराइट ने कहा कि उन्हें चिंता है कि जब लोग सोमवार सुबह काम पर लौटेंगे तो प्रभावितों की संख्या बढ़ेगी.
उन्होंने कहा, हम एक बढ़ते खतरे का सामना कर रहे हैं, संख्या बढ़ती जा रही है. उन्होंने कहा कि मौजूदा हमला अभूतपूर्व था. उन्होंने कहा, हम हर साल साइबर अपराध के खिलाफ करीब 200 वैश्विक अभियान चला रहे हैं, लेकिन हमने इस तरह का हमला नहीं देखा. हालांकि, वेनराइट ने कहा कि अब तक हमले के पीडि़तों में से कुछ के भुगतान करने का उल्लेख है. बीते शुक्रवार को हुआ हमला रैनसमवेयर के बढ़ते खतरे में नवीनतम है, जिसमें हैकर कंप्यूटर को अपने डेटा को स्वचालित रूप से इनक्रिप्ट करने वाली फाइलों को वितरित करते हैं, जिनका इस्तेमाल फिरौती का भुगतान किए बगैर संभव नहीं हो पाता.


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