अर्जुन सिंह भंडारी
देहरादून: दो अप्रैल को आशारोडी चौकी पर दरोगा को घायल करने वाले पाँच अभियुक्तों में से दो को क्लेमेंट टाऊन पुलिस ने कल शाम गिरफ्तार कर लिया है| पुलिस ने अभियुक्तों से चोरी के वाहन सहित गाड़ी का अन्य सामान भी बरामद किया है। दोनों अभियुक्तों पर चोरी सहित सहारनपुर में गौकशी का मुकदमा भी दर्ज है।
विगत दो अप्रैल को आशारोडी चौकी रात्रि चेकिंग के दौरान दरोगा जैनेन्द्र सिंह राणा साथी पुलिस कर्मियों के साथ चेकिंग कर रहे थे। सुबह तक़रीबन चार बजे देहरादून की तरफ से तेजी से आते हुए पिकअप वाहन को जब उन्होंने रुकने का इशारा किया तो उसने मौजूद पुलिस कर्मियों पर वाहन चढ़ाने की कोशिश की पर पुलिस कर्मी पीछे हट गए जिससे की वह बैरियर को टक्कर मारते हुए सहारनपुर की तरफ भाग निकले। मौके पर चेकिंग कर रहे दरोगा जैनेन्द्र सिंह को उनपर शक हुआ जिस कारण उन्होंने उनका पीछा किया। डाटकाली पर गाड़ियों के अधिक होने के चलते पिक अप की गति धीरे हुई पर अँधेरे के कारण पुलिस वाले गाड़ी का नंबर नोट नहीं कर पाये। पुलिस ने जब दोबारा उन्हें रुकने का इशारा किया तो उन्होंने बुलेट सवार दरोगा जैनेन्द्र सिंह राणा को टक्कर मार दी जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए जिन्हें बाद में चौकी में सूचना के बाद दरोगा कोमल रावत द्वारा एम्बुलेंस से इन्द्रेश हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया। मामले को गंभीरता से लेते हुए एसएसपी निवेदिता कुकरेती व पुलिस अधीक्षक(अपराध) के निर्देशानुसार पुलिस अधीक्षक( नगर) एवं क्षेत्राधिकारी नेहरुकोलोनी के पयर्वेक्षण में क्लेमेंट टाऊन पुलिस की टीम गठित की गयी। इस दौरान एस. ओ. जी. से भी मदद ली गयी व पुलिस ने अपने मुखबिरों को भी सक्रिय किया। मुखबिरी द्वारा पुलिस को सूचना मिली की घटना में उपयुक्त हुए वाहन का बायें ओर का शीशे के ऊपर रेनवाइजर टूटा हुआ है। जिसके बाद पुलिस को मोहण्ड चौकी से 500 किमी की दूरी पर वाहन संख्या UK07CA 1301 खड़ा पाया जिसका ऊपर रेनवाइजर टूटा हुआ था। जाँच करने पर पुलिस को पता चला की वाहन थाना क्लेमेंट टाऊन स्थित मोरोवाला के अरशद खान के नाम पर है जिससे पुलिस ने पूछताछ के लिए थाने लाया गया। पुलिस पूछताछ में उसने अपनी गाड़ी का मोहण्ड से पकडे जाने को पुलिस द्वारा बताये जाने को पहली बार पता चलना बताया। उसने पुलिस को बताया कि उसने गाड़ी रात को घर के बाहर खड़ी की थी जो अब वहां नहीं है जिसपर उसने उसके चोरी होने का शक जताया। पुलिस ने अरशद पर शक के आधार पर केस को आगे बढ़ाया। उसने बताये अनुसार उसकी गाड़ी एक तारीख़ को रियल जूस दून कैरी ट्रांसपोर्ट से लोड हुई थी जिससे अगले दिन ऋषिकेश माल देना था। पुलिस जांच में भी उसके बताये हुए तथ्य सही साबित हुए तथा पुलिस द्वारा उसकी कॉल डिटेल्स में भी कुछ संदिग्ध नहीं मिला। पुलिस द्वारा नए रूप से जाँच शुरू की गयी तो पुलिस ने अरशद के पड़ोस में लगे सीसीटीवी जांचे जिसमे पिकअप का मोरोवाला से बलूनी स्कूल से होते हुए हरिद्वर बाईपास(आईएसबीटी) व आशारोडी जाते हुए जाना दिखाई दिया। इसके अलावा पुलिस को पिकअप के आगे एक नीले रंग की जेन गाड़ी का चलना दिखाई दिया। पुलिस द्वारा इस गाड़ी के विषय में पता लगाने पर पता चला कि पटेलनगर से भी एक पिक अप बुलेरो उसी दिन चोरी हुई थी जिसकी चोरी की रिपोर्ट पटेलनगर थाने में दर्ज भी करवाई गयी थी। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर व मुखबिरों की सूचनाओं के आधार पर पुलिस को पता चला कि मोरोवाला में किराये पर रहने वाला राकिब उर्फ़ खांडू निवासी सहारनपुर ने उन दोनों गाड़ियों की चोरी की है जिससे पुलिस ने कल दबिश के तहत मोरोवाला से गिरफ्तार किया। पुलिस पूछताछ में उसके अपने अन्य साथियों ग़ालिब, सलमान, सादिक के साथ मिलकर चोरी करना कबूल किया व रोकने पर पुलिस को टक्कर मारने की बात भी कबूल की। जिसके बाद पुलिस द्वारा राकिब के बताये अनुसार पुलिस ने सहारनपुर से सलमान को गिरफ्तार किया। सलमान ने पुलिस को बताया कि उसने एक गाड़ी मोहण्ड पर छोड़ दी थी तथा दूसरी गाड़ी कटवा दी है जिससे उसने ट्रांसपोर्ट नगर सहारनपुर में एक ट्रक में रखा है जिसकी निशानदेही पर पुलिस ने ट्रांसपोर्ट नगर सहारनपुर से गाड़ी का इंजन, चेचिस, बॉडी, सीट, छत व अन्य पार्ट्स जब्त बरामद कर लिए है, इसके अलावा पुलिस ने उससे मोरोवाला से चोरी की गयी अरशद की गाड़ी की आर. सी. भी बरामद की है। अभियुक्तों की जाँच में पुलिस को सलमान पर सहारनपुर में तीन गौकशी के मुक़दमे दर्ज होने का भी पता चला है। मुक़दमे में पुलिस ने सहारनपुर निवासी ग़ालिब व सादिक व एक अन्य को वंचित घोषित किया है। पुलिस ने इन आरोपियों पर दो गाड़ियों को चोरी करने के मुक़दमे सहित ड्यूटी पर तैनात पुलिस अधिकारी को घायल करने का अपराधिक मुकदमा दर्ज किया है। घटना के सफल अनावरण के लिए एसएसपी निवेदिता ने पुलिस टीम को 2500/ रुपये नकद पुरस्कार की घोषणा की।