उत्तरकाशी, जो हिमालय की गोद में स्थित है, प्रकृति ने बहुत कुछ दिया है। इनमें से एक हर्षिल क्यारकोटी ट्रैक है। जो धरती पर स्वर्ग की भावना रखता है पिछले कुछ वर्षों से, प्राकृतिक फूलों से महकता यह ट्रैक रूट पर्यटकों का आकर्षण बना हुआ है। जहां देश भर से …
Read More »सीएम धामी का लंदन में उत्तराखंड के निवासियों ने किया भव्य स्वागत
देहरादून (सूचना विभाग)। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के सोमवार को लंदन पहुँचने पर वहां मौजूद प्रवासी भारतीय एवं लंदन में रह रहे उत्तराखंड के निवासियों द्वारा भव्य रंगारंग स्वागत कार्यक्रम आयोजित किया गया। लंदन में रह रहे उत्तराखण्ड के प्रवासियों द्वारा गढ़वाली, कुमाऊँनी, जौनसारी लोकगीतों पर मनमोहन प्रस्तुति दी गई। …
Read More »बदरीनाथ मंदिर: माता मूर्ति उत्सव में भाग लेने वाले श्रद्धालुओं ने देवडोली में बैठकर माता से मिलने के लिए माणा रवाना हुए।
बदरीनाथ धाम में हर वर्ष भाद्रपद बामन द्वादशी पर यह मेला आयोजित होता है। माणा गांव की महिलाएं मेले के दौरान उद्धव जी को जौ की हरियाली भेंट करती हैं। आज बदरीनाथ धाम में माता मूर्ति उत्सव में लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। सुबह उद्धव जी बद्रीश पंचायत से बाहर …
Read More »Uttarakhand: मैदान में उतरते ही यमुना मैली हो रही ..।विकासनगर में नहाने योग्य जल, आचमन लायक नहीं
यमुना नदी का जल ए श्रेणी (पीने योग्य) है, जो अपने उद्गम स्थान यमुनोत्री से कालसी के हरिपुर घाट तक बहता है। विकासनगर से यमुना का जल अभी भी बी श्रेणी (स्नान योग्य) है। यमुना नदी विकासनगर, उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में प्रवेश करते ही मैली होने लगती है। कालसी …
Read More »जोशीमठ: रहस्यमय पर्दा खुल गया..।भूधंसाव का कारण है क्योंकि जमीन के भीतर पानी रिसने से चट्टानों का खिसकना
जैसा कि वाडिया हिमालय भूविज्ञान संस्थान ने बताया, जोशीमठ की मिट्टी बोल्डर, बजरी और मिट्टी का एक जटिल मिश्रण है। यहां के बोल्डरों के खिसकने का एक बड़ा कारण ज्वाइंट प्लेन हैं, जो ग्लेशियर से लाई गई बजरी और मिट्टी से बनाए गए हैं। सरकार द्वारा वैज्ञानिक संस्थाओं की रिपोर्ट …
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