जाति जनगणना की काट ढूंढने में जुटी भाजपा पिछड़े वर्ग को साधने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है। इसका असर योगी सरकार 2.0 के बहुप्रतीक्षित मंत्रिमंडल विस्तार में देखने को मिल सकता है। यह विस्तार दिवाली से पहले संभव है। क्योंकि भाजपा में इस पर सैद्धांतिक सहमति बन गई है।
सुभासपा अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर और घोसी से उपचुनाव में पराजित पूर्व मंत्री दारा सिंह चौहान को मंत्रिमंडल विस्तार में स्थान मिलने की उम्मीद है। इनके अलावा, दारा सिंह और ओमप्रकाश की तरह, कुछ नए चेहरों को भी स्थान मिल सकता है।
ज्ञात है कि सुभासपा ने जुलाई में एनडीए में शामिल होने और सपा के पूर्व विधायक दारा सिंह चौहान ने भाजपा में शामिल होने के बाद से मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चा चल रही है।
पार्टी अब तक मंत्रिमंडल विस्तार पर सैद्धांतिक सहमति नहीं बना पाई है, सूत्रों ने बताया। लेकिन जाति जनगणना का मुद्दा उठाने के बाद भाजपा नेतृत्व पिछड़े वोट बैंक को लेकर चिंतित है।
मुख्यमंत्री योगी ने बीते सप्ताह गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की, जिसमें ओमप्रकाश और दारा सिंह को नोनिया और राजभर समाज को एकजुट करने के लिए मंत्री बनाने पर चर्चा हुई है।
इसी तरह, आने वाले लोकसभा चुनावों में जातीय समीकरण को नियंत्रित करने के लिए एक या दो अतिरिक्त मंत्री नियुक्त करने पर सहमति हुई है। सात नवंबर तक मंत्रिमंडल विस्तार की घोषणा ओमप्रकाश राजभर ने की है।