-ऑनलाइन क्लासेज जारी रहेंगी
-योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को दिए आवश्यक दिशानिर्देश
-सभी जिलों में रात्रि 10 बजे से सुबह 6 बजे तक रात्रिकालीन कर्फ्यू प्रभावी है
उत्तर प्रदेश (नेशनल वार्ता ब्यूरो)। उत्तर प्रदेश में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने रविवार को बड़ा फैसला करते हुए स्कूल-कॉलेजों को 23 जनवरी तक के लिए बंद कर दिया गया है। हालांकि, ऑनलाइन क्लासेज जारी रहेंगी ताकि परीक्षाओं से पहले पढ़ाई का नुकसान न हो। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को कहा कि कोरोना की तीसरी लहर आ चुकी है। ओमिक्रॉन के रूप में नए वैरिएंट में संक्रमण तीव्र है। सतर्कता व सावधानी बरतने की आवश्यकता है। विगत वर्ष अगस्त-सितम्बर माह में ही तीसरी लहर की आशंका विशेषज्ञों द्वारा व्यक्त की गई थी, लेकिन उसे बेहतर कोरोना प्रबंधन के माध्यम से निर्मूल साबित कर दिया गया।
रविवार को जारी एक सरकारी बयान के अनुसार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना वायरस की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा, कोविड-19 की बदलती परिस्थितियों को देखते हुए सभी शिक्षण संस्थानों (स्कूल, कॉलेज, विश्वविद्यालय, तकनीकी शिक्षण संस्थान आदि) में आगामी २३ जनवरी तक प्रत्यक्ष पठन-पाठन स्थगित रखा जाए, केवल ऑनलाइन तरीके से पढ़ाई हो। उन्होंने कहा कि सभी जिलों में रात्रि 10 बजे से सुबह छह बजे तक रात्रिकालीन कर्फ्यू प्रभावी है, इसे सख्ती से लागू किया जाए। स्कूल कालेज 23 जनवरी तक बंद रखने की सूचना अपर मुख्य सचिव (सूचना) नवनीत सहगल ने रविवार को ट्वीट के जरिये भी साझा की।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि विगत वर्ष अगस्त-सितम्बर माह में ही तीसरी लहर की आशंका विशेषज्ञों द्वारा व्यक्त की गई थी, लेकिन उसे बेहतर कोरोना प्रबंधन के माध्यम से निर्मूल साबित कर दिया गया। लखनऊ में आज कुल २,३०० पॉजिटिव मरीज आए हैं। कुल सक्रिय मामले १६,३०० हैं, जिसमें १६,२०० रोगी अपने घर में ही उपचार ले रहे हैं।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि विशेषज्ञों ने भी माना है कि कोरोना से लड़ने में भारतीय वैक्सीन प्रभावी है। आदरणीय क्करू नरेंद्र मोदी जी ने एक वर्ष पूर्व आज ही के दिन कोविड टीकाकरण अभियान प्रारंभ किया था। प्रदेश में २२ करोड़ ८७ लाख से अधिक वैक्सीन की डोज दी जा चुकी हैं। ५१ लाख ३७ हजार से अधिक किशोरों को वैक्सीन की डोज दी जा चुकी है। ६० वर्ष आयु से अधिक के कोमॉर्बिड मरीज या किसी बीमारी से ग्रसित बुजुर्गों, हेल्थ वर्कर्स को अब तक ०३ लाख ८७ हजार बूस्टर डोज लगाई जा चुकी हैं।