शासन ने सपा नेता Azam Khan के जौहर ट्रस्ट से 41181 वर्ग फीट (3825 वर्ग मीटर) जमीन शिक्षा विभाग को देने का आदेश दिया है। Azam Khan ने इस जमीन पर सपा कार्यालय और रामपुर पब्लिक स्कूल की गर्ल्स विंग बनाई है। यह पत्र बृहस्पतिवार को जिला प्रशासन को अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार से प्राप्त हुआ है। जिलाधिकारी रविंद्र कुमार मांदड़ ने आदेश मिलने के बाद सीडीओ की अध्यक्षता में छह सदस्यीय कमेटी बनाई है। शुक्रवार को प्रशासन नोटिस जारी कर सकता है।
आदेश मिलने के बाद प्रशासन ने कार्रवाई शुरू की है। निर्देश मिलने के बाद जिलाधिकारी रविंद्र कुमार मांदड़ ने जमीन को खाली कराने के लिए कमेटी बनाई है, जो मुख्य विकास अधिकारी नंद किशोर कलाल की अध्यक्षता में काम करेगी। अब इस प्रक्रिया में जमीन को कमी से मुक्त किया जाएगा। अब कॉमेटी नोटिस जारी करने की तैयारी कर रही है।
ये अधिकारी कमीटी में शामिल हैं
मुख्य विकास अधिकारी नंद किशोर कलाल, एडीएम प्रशासन लालता प्रसाद शाक्य, एएसपी डा. संसार सिंह, एसडीएम सदर जगमोहन गुप्ता, जिला विद्यालय निरीक्षक मुन्ने अली और बीएसए संजीव कुमार
ये है मामला
यह लीज की शर्त थी।
जौहर ट्रस्ट को माध्यमिक शिक्षा विभाग की जमीन लीज पर मोहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी के संचालन के दी गई थी। लीज की शर्तों में कहा गया था कि यूनिवर्सिटी को एक वर्ष के अंदर इस जमीन पर संचालन करना होगा, लेकिन ट्रस्ट के अध्यक्ष Azam Khan ने यहां सपा का कार्यालय बनाया। बाद में रामपुर पब्लिक स्कूल की स्थापना होने पर खाली जगह पर एक नया सपा कार्यालय बनाया, जिसे दारूल आवाम नाम दिया गया।
जिलाधिकारी रविंद्र कुमार मांदड़ ने शासन को भेजी गई रिपोर्ट में कहा कि शर्तों का उल्लंघन करके लीज पर दी गई जमीन का उपयोग किया जा रहा है। लीज में ये बात भी शामिल थी कि शर्तों का उल्लंघन किए जाने पर आवंटन निरस्त हो जाएगा। साथ ही जमीन पर निर्मित निर्माण को हटाने और इसके बदले में प्रतिकर करने का अधिकार भी नहीं होगा। सरकार ने इस रिपोर्ट के आधार पर लीज को रद्द कर दिया।
शासन ने शिक्षा विभाग की जमीन को खाली करने का आदेश दिया है, जिसके लिए सीडीओ की अध्यक्षता में कमेटी बनाई गई है। जमीन कमिटी की देखरेख में खाली कर दी जाएगी। – जिलाधिकारी रविंद्र कुमार मांदड़
– शिक्षा विभाग की जमीन को खाली कराने का प्रयास शुरू किया गया है। इसके लिए अब सूचना दी जाएगी। जमीन को सात दिन के भीतर खाली करना होगा। – नंद किशोर कलाल, मुख्य विकास अधिकारी