बधाई भूमि-पूजन की तिथि आई
अयोध्या में भूमि-पूजन की शुभ तिथि
रह गई मात्र तीन दिन दूर
होता जा रहा देश धीरे-धीरे
श्री राम-रंग में चूर
उत्साह-उमंग का तो क्या कहना
उमड़ रहा भक्ति-भाव चारों ओर घनघोर
प्रसन्नता की उछाल है हर-मन में भरपूर और पुरजोर।
पाँच अगस्त को बदलेगा युग
नत-मस्तक हो जाएगा कलियुग
याद रखेगी दुनिया युग-युग
लौट कर जब आएगा त्रेता-युग
राम-मय अयोध्या होगी
झूमेंगे काशी मथुरा और वृन्दावन
गंगा यमुना गोदावरी सरयू सब
याद करेंगी त्रेता युग के वे पल
पधारे थे सिया-राम ल़क्ष्मण जब
घाटों पर इनके बनकर साधारण जन
पूजा था इनको माता कहकर
माँगा था हाथ जोड़कर वरदान
पूरा हो मनोरथ मानव कल्यान।
पाँच अगस्त पुण्य तिथि की आहट
छाई भक्तिभाव की गरमाहट
करोड़ों राम भक्तों के सपनों की तरावट
लेगा देश ‘‘नये भारत’’ की करवट
राम-विरोधियों की चरम पर होगी घबराहट
सुनाई पड़ने लगी है नये युग की खिलखिलाहट
सजने लगे हैं मन्दिर-मन्दिर और मठ
जोर पकड़ रही है दूसरी दीपावली की रट
पाँच अगस्त को दीपों से जगमगाएगा देश का घट-घट।
स्वर्गीय-पूजनीय तमाम पीढ़ियो कृपया सुन लो
तुम्हारे जीवित रहते जो न हो सकी पूरी आस
उस दुख से हम बहुत दुखी हैं
लेकिन उस विपदा का हो चुका है अब सर्वनाश
आक्रांताओं की हिंसा को क्या कोसें
श्री राम के बच्चों ने ही किए घात पर घात
झूठी उदारता की आड़ में करते रहे विश्वासघात
स्वार्थों में अंधे होकर श्री राम को कहा कहानियों की बात
देश-विरोधियों का देते रहे अंत तक साथ
किन्तु सबसे बड़ी अदालत और नई सरकारों का मिला मन से साथ
राम लला निकले टाट से
हो रही खुशियों की बरसात
गई मायूसी वाली अमावस्या की पाँच सौ बरस लम्बी रात
पाँच अगस्त को घर-घर से निकलेंगी उमंगों की बारात
जय श्री राम के जयघोष में बीतेंगे दिन और रात।
-सावित्री पुत्र वीर झुग्गीवाला, स्वतंत्र पत्रकार, देहरादून।