जपो नाम रघुबीर कृपाला
चल मेरे लाला अम्बाला
जपो नाम रघुबीर कृपाला
चल मेरे लाला अम्बाला
एक ओर भूमि-पूजन की शुभ बेला
दूसरी ओर आ रहा लड़ाका अलबेला
श्री राम प्रभो प्रताप निराला
नाच रहा राम भक्त होकर मतवाला
झूम रहा देश बन ताकतवाला
भयभीत हुए जिहादिस्तान और शैतान कोरोना वाला
धूम मची अयोध्या से लेकर अम्बाला
राम लला टाट से बाहर आला
तन गया दुश्मनों पर तीर और भाला
दिए आशीष रघुवीर कृपाला
चल मेरे लाला अम्बाला
आया फ्रांस से आसमानी-चीता रखवाला।
जपो नाम रघुबीर कृपाला
एक ओर दुश्मन जिहादी मन वाला
दूसरी ओर लाल बादशाह खुद को भगवान बताने वाला
दुनिया का भविष्य एक-तरफा तय करने वाला
पड़ गया इनका अब मोदी से पाला
जो नहीं दूसरों की तरह कमजोरियों का गड़बड़झाला
यह देश है गलबानी वीरों वाला
करगिल से जिहादी-दुश्मन को खदेड़ भगाने वाला
जप, शांति का करने वाला
तप, दुश्मनों का नाश करने वाला
दूसरों के हक़ की बात करने वाला
अपना हक़ छीन लेने वाला
नया भारत सर्जिकल स्ट्राइक वाला
उभरता भारत दुश्मन के घर घुसकर ठोकने वाला
गए लंका प्रभु राम कृपाला
लड़े रण राक्षस राज रावण से विकराला
पहुँचाए मय-वंश यमलोक प्रभु दीन-दयाला।
जपो नाम रघुवीर कृपाला
चल मेरे लाला अम्बाला
आए राह नदी या नाला
बढ़े चलो तुम हिम्मत वाला
जगमगाओ पग-पग दीपमाला
निकालो देशद्रोहियों का दीवाला
धो डालो कलंक पाँच सौ सालों वाला
भगा दो देश से जो मिले बाबर वाला
शरियत नहीं, चाहिए संविधान वाला
गजवा-ए-हिन्द की हसरत को दो देश-निकाला
निकालो इतिहास से कम्यूनिस्टों का मिर्च-मसाला
हो जाए सच का बोलबाला।
समझ में आया श्री राम का चमत्कार
इसीलिए किया था बाबर ने 1526 में जिहादी-अत्याचार
एक ओर भूमि-पूजन से हैं देशद्रोही बे-करार
दूसरी ओर राफेल की दहाड़ से हैं बेज़ार
नहीं है ये संविधान की हार
ये तो है श्री राम की महिमा अपरम्पार
देखेंगे दोनों देश भारतीय शक्ति की पैंनी धार
बाकी है अभी होना धुँआधार
यही है पूरे सच का सार
नहीं रहेगा अब देश मँझदार
दुश्मनों की होगी मट्टी पलीत कर देने वाली हार
पहुँचेगा वह यम के द्वार
नये भारत का नया जलवा है इस बार
श्री राम करेंगे हर भारतीय का बेड़ा पार।
-सावित्री पुत्र वीर झुग्गीवाला, स्वतंत्र पत्रकार, देहरादून।