यह वीडियो अलीगढ़ के अकराबाद थाना क्षेत्र के कस्बा पिलखना में एक मीट विक्रेता की दुकान से सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। जिसमें पुलिस द्वारा महिलाओं को पीटा गया था। मामला चार व्यक्तियों के खिलाफ दर्ज किया गया है।
24 अक्तूबर की सुबह, अलीगढ़ के अकराबाद थाना क्षेत्र के कस्बा पिलखना में दो परिवारों के बीच पशु काटने के बाद खुले में मीट के अवषेश डालने को लेकर बहस और मारपीट हुई। पुलिस ने घटनास्थल पर दोनों पक्षों से पूछा, तो एक पक्ष की महिलाओं ने दूसरे पक्ष की महिलाओं को धक्का-मुक्की और गाली-गलौज की। पीड़ित की तहरीर पर थाना पुलिस ने चार आरोपियों को पशु क्रूरता और गाली-गलौज करने के आरोप में पशु को काटने और खुले में अवषेश डालने का आरोप लगाया है।
सीओ बरला सर्जना सिंह ने बताया कि पिलखना के मोहल्ला बजरिया पठानान निवासी मोहम्मद नौशाद पुत्र इदरीस खां ने 24 अक्तूबर की सुबह पुलिस को एक प्रार्थना पत्र भेजा, जिसमें लिखा था कि उसके पड़ोस में कुछ लोग अवैध तरीके से पशुओं को काटकर उनके अवषेशों को खुले में फेंक देते हैं। जिससे आसपास के लोग बहुत परेशान हैं।
पीड़ित की शिकायत पर पुलिस मौके पर जांच करने पहुंची तो आरोपी पक्ष वापस चला गया। पुलिस के सामने आरोपियों की महिलाओं ने पीड़ित पक्ष के परिवारों को धक्का-मुक्की करना शुरू कर दिया। जो देखकर पुलिस ने धक्का-मुक्की कर रहीं महिलाओं को बाहर निकाला।
सीओ सर्जना सिंह ने बताया कि पशु काटने के आरोपी पुराने हिस्ट्रीशीटर हैं और आपराधिक हैं। चार आरोपी मुफीद, इरफान, महंदी हसन व मुशीर पुत्रगण बुंदा खां के खिलाफ पशु क्रूरता एवं महामारी अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है, जो पीड़ित नौशाद की तहरीर पर धक्का-मुक्की व गाली गलौज करने के आरोपों में शामिल हैं। आरोपियों द्वारा पुलिस पर लगाए गए सभी रिश्वत और हत्या के आरोप निराधार हैं।