विजेताओं को चेक देकर पुरस्कृत करते मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ।
Deepti Negi (Senior Reporter)
देहरादून: सुबह का वक़्त और खचाखच भरा ग्राउंड । बीस हज़ार से ज़्यादा प्रतियोगी उत्तराखंड पुलिस की मुहीम सड़क सुरक्षा एवं महिला सुरक्षा को जन रैली के द्वारा पूरे दून में पहुँचाने के लिए उत्साहित। यह नज़ारा था सुबह 6 बजे रेसकोर्स स्थित पुलिस लाइन का जहाँ पुलिस महानिदेशक अनिल कुमार रतूड़ी ने सभी पुलिस अधिकारीयों की मौजूदगी में सभी युवाओं को सिग्नल देकर मैराथन की शुरुआत की।
मैराथन स्थल के आस पास सुबह से ही पुलिस ने कड़ी सुरक्षा के इंतजामात कर दिए थे। ए डी जी लॉ एंड आर्डर अशोक कुमार, एस एस पी निवेदिता कुकरेती, एस पी सिटी पी के राय, एस पी ट्रैफिक धीरेन्द्र गुंजियाल, सी ओ सिटी चंद्रमोहन नेगी जैसे पदाधिकारी सुबह से ही कार्यक्रम की व्यवस्था संभाले हुए थे । साथ ही एटीएस, एनएसजी कमांडो, पुलिस सुरक्षा बल, एम्बुलेंस, सिटी पेट्रोलिंग यूनिट सहित पुलिस वालंटियर्स भी सुबह से ही आयोजन स्थल पर मौजूद थे। सभी प्रतिभागियों में जोश भरने के लिए ‘वुमनिया बैंड’ सहित कपिल थापा जैसे कलाकारों ने जोशीले गाने गए तो वहीं जुम्बा डांस ग्रुप ने प्रतिभागियों को ‘वार्म अप’ करने की कसरते करायी। सभी विजेताओं को मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने चेक देकर पुरस्कृत किया।
तक़रीबन साढ़े सात बजे मैराथन की शुरुआत के साथ ही प्रतियोगी अपने अपने गंतव्य की ओर दौड़ पड़े। दौड़ में भारी संख्या में महिलाएं भी नज़र आई जो अपने पति और बच्चों क साथ इस दौड़ में भाग लेने आई थी। मैराथन के मुख्य आकर्षण में से एक केदारनाथ के विधायक मनोज रावत भी रहे जिन्होंने 7 किलोमीटर की रेस पूरी करके यह दिखा दिया कि कुर्सी पर बैठे विधायक विधायिका क्षेत्र में ही नहीं बल्कि शारीरिक मापदंडो में भी अपना दम रखते है। इसके साथ ही पूर्व मुख्य सचिव(आइएएस)एन एस नपच्याल ने भी इस प्रतियोगिता में भाग लिया जिनके जोश को पुलिस अधिकारियों ने सलाम किया। इन दोनों को ही कार्यक्रम के अंत में युवाओं के लिए नयी मिसाल कायम करने के लिए मुख्यमंत्री द्वारा स्मृति चिह्न भेंट स्वरुप प्रदान किया गया। मैराथन में 26 राज्यों के युवाओं सहित 11 विदेशियों ने प्रतिभाग किया जिससे देहरादून राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाने के प्रयोजन में सफल सिद्ध हुआ है। महिला वर्ग की ओपन श्रेणी में लखनऊ की मोनिका चौधरी ने 1घंटे 19 मिनट 22 सेकण्ड के समय के साथ पहला स्थान अर्जित किया वही पुरुष वर्ग में रायपुर निवासी सुरेश कुमार ने 1 घंटे 4 मिनट 12 सेकण्ड के साथ प्रथम स्थान पर रहे। दोनों विजेताओं को मुख्यमंत्री द्वारा 1 लाख रुपए का चेक प्रदान किया गया। वही अंडर18 श्रेणी में अंकुश शर्मा और नेहा समय ने प्रथम स्थान हासिल किया जिन्हें पुरस्कार स्वरुप पचास हज़ार रूपए का चेक प्रदान किया गया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने उत्तराखंड पुलिस द्वारा सड़क सुरक्षा एवं महिला सुरक्षा जैसे मुद्दे को लेकर आयोजित की गयी दौड़ के लिए उनकी सराहना की व सभी प्रतियोगियों के जोश को सराहा।
इस पूरे आयोजन में खास बात यह भी रही की सभी प्रथम स्थानों में देश के विभिन राज्यों से आये भारतीय एथलिटों ने अपना परचम लहराया। केन्या की सिशिलिया(जो की ओपन श्रेणी में दूसरे स्थान पर रही ) के अलावा कोई भी विदेशी किसी स्थान पर काबिज़ नहीं हो सका। इसके साथ ही मैराथन में कई पुलिस कर्मियों ने भी प्रतिभाग कर उत्तराखंड पुलिस का प्रतिनिधित्व किया।
नेशनल वार्ता ब्यूरो चीफ क्राइम अर्जुन सिंह भण्डारी, वरिष्ठ संवाददाता दीप्ति नेगी , मनीष गोदियाल, आनंद सिंह बिष्ट कड़ाके की ठण्ड में हाफ मैराथन दौड़ की लाइव कवरेज करते हुए।