पलवल । उत्तर भारत के इलाकों में धुंध की वजह से होने वाले हादसे गुरुवार को भी जारी है। पलवल में नैशनल हाइवे 2 में धुंध और घने कोहरे की वजह से 20 वाहन आपस में टकरा गए। इसमें एक महिला की मौत हो गई और कई लोग जख्मी हुए। देश की राजधानी दिल्ली सहित, पंजाब- हरियाणा, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में पिछले दो दिन से धुंध का कहर जारी है। धुंध की वजह से यूपी के सुल्तानपुर में बंधुआ चौकी के अन्तर्गत सहाबागंज के पास डीसीएम और ट्रक के आमने सामने की टक्कर में दो लोगों की मौत हो गई। वहीं दूसरी ओर अमेठी में एक स्कूल वैन जीप से टकरा गई। हालांकि इस हादसे में किसी के मरने की सूचना नहीं है। इससे पहले बुधवार को भी धुंध की वजह से हुए हादसों में करीब 11 लोगों की मौत हो गई। बुधवार को ही पंजाब के बठिंडा जिले में धुंध के बीच एक फ्लाईओवर पर खड़े 9 स्टूडेंट्स को एक ट्रक ने रौंद दिया जिनकी मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस ने बताया कि बठिंडा-बरनाला राजमार्ग पर बूचो मंडी शहर के पास हुए हादसे में 7 अन्य घायल हो गए। शून्य दृश्यता के कारण ट्रक चालक छात्रों को देख नहीं पाया। वहीं बुधवार सुबह घनी धुंध की वजह से यमुना एक्सप्रेस वे पर एक के बाद 20 वाहन आपस में भिड़ गए। इस दुर्घटना में कई लोग जख्मी हो गए। धुंध के कारण हुई इस घटना में किसी की मौत नहीं हुई है। नोएडा से आगरा की तरफ आ रहे रास्ते में सुबह धुंध में एक वाहन दूसरे वाहन से टकराया। इसके बाद देखते ही देखते कई वाहन एक दूसरे से भिड़ते गए। आलम यह हुआ कि एक्सप्रेस वे पर 20 गाडिय़ां आपस में भिड़ गईं। इस वजह से 50 वाहनों का संचालन प्रभावित हो गया। उत्तर प्रदेश के ही अलीगढ़ में बुधवार को राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 92 पर हुईं तीन अलग-अलग सड़क दुर्घटनाओं में दो लोगों की मौत हो गई थी, जबकि छह अन्य घायल हो गए। इसके पीछे भी वजह धुंध बताई जा रही है। इस धुंध का असर लोगों के स्वास्थ्य पर तो पड़ ही रहा है, साथ ही सड़कों पर भी धुंध के कारण सुबह दृश्यता बहुत कम हो गई है और हादसों से बचने के लिए गाडिय़ां रेंगती हुई नजर आ रही हैं।