मध्य प्रदेश के गुना का गरीब राजकुुमार
मामा मुख्यमंत्री शिवराज
अगर ज़रा सी भी इन्सानियत है
तो गुना के राजकुमार की झोपड़ी के आगे जाकर
दस मिनट तक मुर्गा बनो
उसके बाद दोनों कान पकड़ कर बीस मिनट तक
लगाओ उट्ठक-बैठक वहाँ पर
फिर पचास लाख का हर्जाना दो इस गरीब परिवार को।
तुम लोगों ने मजाक बना कर रख दिया है
मुख्यमंत्री के गरिमामय पद का,
इस तरह गरीबों की चमड़ी उधेड़कर करोगे उद्धार देश का
यही तो करते रहे अंग्रेज
यही सब करते रहे नवाब और राजे-महाराजे।
तुम जैसे लोग
शराब-माफियाओं, शिक्षा माफियाओं और पत्रकार माफियाओं के आगे
हो जाते हो नत-मस्तक
तुम्हारी पुलिस घुटने टेकती है इन भ्रष्टाचारी-रावणों के सामने
गरीबों से करते हो गुंडागर्दी
अगर राजकुमार या उसकी पत्नी को कुछ हो गया
तो छोड़ देना तुरन्त कुर्सी
अन्यथा मैं समझूँगा तुम और कमलनाथ भाई-भाई हो।
अगर, वह जमीन जिस पर
लाखों का कर्ज लेकर
इस गरीब अन्नदाता ने तैयार की थी फसल
अवैध कब्जा थी तो तुम उसे
साल-छह माह का समय दे सकते थे
ताकि वह साबित कर पाता खुद के दावे को,
उसे अपना पक्ष देने का मौका न देकर
उसे और उसकी पत्नी को उनके बच्चो के सामने ठोक-पीटकर
तुमने बहुत बड़ा गुनाह किया है मामा-मुख्यमंत्री
अरे! यह तो आतंकवाद है पुलिस का
वह पुलिस जो धनबलियों के आगे नाक रगड़ती है
उसने ज़हर पीने को मजबूर कर दिया पति-पत्नी को।
मामा मुख्यमंत्री तुमने सर झुका दिया माँ भारती का
तुमने दीवाला निकाल दिया
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की इज्जत का
वह प्रधानमंत्री जिसने खुले में शौच की पराधीनता से
स्वतंत्र कराने का बीड़ा उठाया है देश को
तुमने उसे भी शर्मशार कर दिया
कायदे से तुम्हें मुख्यमंत्री बने रहने का कोई हक़ नहीं।
तुम्हे गरीब किसान और उसकी पत्नी को प्रताड़ित करने वाले
हर एक कर्मचारी और पुलिस वाले को
तहसीलदार, एसडीएम, एडीएम, डीएम, एसपी और एसएसपी को
कर देना चाहिए था तुरन्त बर्खास्त
तब तक के लिए जब तक वे
साबित न हो जाते बे-गुनाह
निलम्बित कर देने या तबादला कर देने के ड्रामे फिजूल हैं।
अगर शासन-प्रशासन और मंत्री
भ्रष्ट न होते इस देश के
तो क्या विकास दुबे जैसे पापी पनपते
राजकुमार जैसे गरीब लोगों पर रौब गालिब करने वाले
पनपाते हैं विकास दुबे जैसे माफियाओं को इस देश में।
भ्रष्ट नेता
भ्रष्ट मंत्री
भ्रष्ट न्यायाधिकारी
भ्रष्ट पुलिस
ये सब मिलकर पैदा करते है फूलन देवी को
ये ही खड़े करते हैं पान सिंह तोमर
ये ही बनाते हैं सुल्ताना डाकू।
गरीब किसान राजकुमार की नन्हीं बेटी
मैं तो कहता हूँ बिटिया तू भी बन जाना फूलन देवी कुछ साल बाद
अगर तुम्हारी माँ यह न कर पाए तो
उड़ा देना गुना की पूरी की पूरी पुलिस टीम को
साथ में उस डीएम को भी जिसके जिले में हुआ यह आतंकवाद दिन-दहाड़े
उस बदमाश को भी गोलियों से भून देना जिसने
कथित रूप से तुम्हारे पिता को इस जमीन पर खेती करने के लिए उकसाया
अगर यह तुम्हारी पुश्तैनी और जायज जमीन है
तब तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को भी मत छोड़ना
अगर तुमने यह फसल बटाई पर उठाई थी
तब तो तुम सौ प्रतिशत निर्दोष हो बन्धु गरीब किसान राजकुमार
जो तुम्हारे साथ हुआ वह सख्ती नहीं बल्कि सरकारी गुंडागर्दी है मित्र पीड़ित राजकुमार।
-सावित्री पुत्र वीर झुग्गीवाला, स्वतंत्र पत्रकार, देहरादून।