बाराबंकी (संवाददाता)। उत्तर प्रदेश में अवैध शराब बनाने और उसकी बिक्री पर अंकुश नहीं लग पा रहा है। सरकार कोई भी हो पुलिस व आबकारी विभाग की नाक के नीचे अवैध शराब का धंधा बदस्तूर जारी रहता है। ताजा मामला बाराबंकी जिला का है यहां रामनगर थाना क्षेत्र में जहरीली शराब पीने से 10 लोगों की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि सोमवार की शाम को सरकारी ठेके से शराब पीकर लौटे ग्रामीणों की हालत बिगडऩे लगी। जिन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर भर्ती कराया गया। भर्ती मरीजों ने देर रात दम तोडऩा शुरू कर दिया। 10 लोगों की सीएचसी में मौत हो गई। घटना के बाद से इलाके में हाहाकार मचा हुआ है वहीं पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। स्थानीय लोगों का कहना है कि पिछली सरकारों की तरह इस सरकार में भी निचले स्तर के अधिकारियों-कर्मचारियों को निलंबित करके खानापूर्ति कर दी जायेगी। बड़ों पर कार्रवाई होने की उम्मीद बहुत कम दिखाई दे रही है। आबकारी मंत्री जय प्रताप सिंह ने जिला आबकारी अधिकारी से रिपोर्ट तलब की है। मौतों के बाद आबकारी विभाग के अफसर जागे और अपनी गर्दन बचाने के लिए टीमें गांवों में भेजी जो खाक छानती रही हैं। पुलिस ने मृतकों के शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। हालांकि इतनी मौतों से गांवों में कोहराम मचा हुआ है। डीजीपी ओपी सिंह ने मामले का गंभीरता से संज्ञान लेते हुए इंस्पेक्टर रामनगर राजेश कुमार सिंह और सीओ रामनगर पवन गौतम को सस्पेंड कर दिया है। डीजीपी ने आईजी फैजाबाद को मौके पर पहुंचने के निर्देश दिए हैं। एसपी बाराबंकी मौके पर हैं पूरे मामले की पड़ताल कर रहे हैं। जानकारी के अनुसार, घटना रामनगर थाना क्षेत्र की है। यहां सोमवार की रात रानीगंज कस्बा स्थित देशी शराब की दुकान शराब खरीद कर पी थी। शराब पीने के बाद इनकी हालत बिगडऩे लगी और फिर इन्हें सीएचसी पर ले जाया गया। जहां से जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। जिसमें से चार की जिला अस्पताल में मौत हो गई। सोमवार की रात को करीब 9:00 बजे से सीएचसी सूरतगंज में मरीजों के आने का सिलसिला शुरू हो गया। एक के बाद एक करके आधा दर्जन से अधिक लोग गंभीर हालत में आए। सभी मरीजों ने जब शराब पीने से हालत बिगडऩे की बात बताई तो फिर डॉक्टरों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। देर रात मरीजों के मरने का सिलसिला शुरू हो गया। मंगलवार की सुबह तक सोनू पुत्र सुरेश(25) निवासी अकोहरा, राजेश पुत्र सालिक राम(35) निवासी देवरिया के अलावा रामेश कुमार पुत्र छोटेलाल (35), सोनू पुत्र छोटे लाल (25), मुकेश पुत्र छोटे लाल (28) के अलावा स्वयं छोटेलाल निवासी रानीगंज की मौत जहरीली शराब से हो गई है। इस प्रकार एक ही घर में चार लोगों की मौत हो चुकी है।वहीं दूसरी ओर सूर्यभान पुत्र सूर्य बक्स निवासी पिपरी मोहन की भी मौत की मौत घर पर हो गई। वही जहरीली शराब पीने से तिलकराम, महेंद्र, निर्मल, उमरी गांव के राजेंद्र, सिमरा के विनय प्रताप, तेलवानी के महेश व मुंड के शिव कुमार की हालत गंभीर बनी है।
बताया जा रहा है कि जिस दुकान से शराब खरीदी गई थी वो गोंडा के दानवीर सिंह के नाम पर आवंटित है। गौरतलब है कि यूपी और उत्तराखंड में इससे पहले इस साल फरवरी में भी जहरीली शराब का कहर देखने को मिल चुका है। इससे पहले इसी साल फरवरी में सहारनपुर और आसपास के इलाकों में जहरीली शराब ने करीब 50 लोगों की जान ले ली थी। पुलिस और आबकारी विभाग के अधिकारी मौजूद हैं। पूरे इलाके में इस घटना से कोहराम मचा है। सूचना मिलते ही मौके पर पुलिस और आबकारी विभाग के अधिकारी पहुंचे है। फिलहाल जांच की जा रही है।
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