डिजिटल टेक्नोलॉजी को विभिन्न योजनाओं से जोड़ने का काम तेज हो गया है। सरकार ने डिजिलॉकर पर अपनी महत्वाकांक्षी परियोजना, “फैमिली आईडी: एक परिवार एक पहचान” को प्रदर्शित किया है। यानी अब राज्य के नागरिक डिजिलॉकर पर अपनी पारिवारिक आईडी का उपयोग कर सकेंगे।
प्रदेश में ऐसे सभी व्यक्ति जिनका फैमिली आईडी पंजीकृत है, अपने डेस्कटॉप या मोबाइल फोन से डिजिलॉकर पर जाकर अपनी फैमिली आईडी का इस्तेमाल कर सकते हैं। Family ID का लक्ष्य अयोग्य योजनाओं में योग्य लाभार्थियों की पहचान करके योजनाओं का बेहतर कवरेज देना है, डुप्लीकेट और फर्जी लाभार्थियों को हटाना और आवेदन को सरलीकृत करके प्रमाण का बोझ कम करना है।
लाभार्थी और उसके परिवार का पूरा विवरण खुला होगा।
गुरुवार को मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र को डिजिलॉकर पर परिवार का ID दिखाया गया था। प्रदेश के नागरिकों की सुविधा के लिए फैमिली आईडी डिजिटल कार्ड डिजीलॉकर पर उपलब्ध कराया गया है।
इस कार्ड में लाभार्थी और उसके परिवार का पूरा विवरण शामिल है। प्रदेश भर के सभी परिवारों को विभिन्न कार्यक्रमों और उनके फायदे मिलने के लिए फैमिली ई-पासबुक उपलब्ध कराई गई है। यह पात्र लाभार्थियों को योजना बनाने में मदद करेगा।
फैमिली आईडी समेकित डेटाबेस की तरह काम करेगा
Family ID डाटाबेस की तरह काम करेगा। शिक्षा और प्रशिक्षण के तहत प्राथमिक और द्वितीय, उच्चतर और तकनीकी, शिक्षा और प्रशिक्षण के तहत व्यावसायिक और व्यावसायिक योजनाओं से इसका लाभ मिलेगा।
यह कृषि, राशन, पेंशन, स्कॉलरशिप और मेडिकल हेल्थ जैसे सामाजिक कल्याण और सशक्तिकरण के कार्यक्रमों में भी लागू हो सकेगा। ये भी सोशल सिक्योरिटी, क्रेडिट लिंकेज और रोजगार और माइक्रोफाइनेंस के तहत रोजगार के अवसरों में मदद करेंगे।