-बारिश में विलंब से किसानों का चिंतित होना स्वाभाविक, मुख्यमंत्री ने हरसंभव सहायता का दिलाया भरोसा
-गोधन न्याय योजना के हितग्राहियों के खाते में १२.७० करोड़ रूपए की राशि का किया ऑनलाइन अंतरण
-गोबर खरीदी में स्वावलंबी गौठानों की हिस्सेदारी ६० से ७० प्रतिशत तक बढ़ी
-गोधन न्याय योजना के हितग्राहियों को अब तक ४८८ करोड़ ६७ लाख रूपए का भुगतान
रायपुर (जनसंपर्क विभाग) । मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि इस वर्ष बारिश में विलंब हो रहा है, लेकिन उम्मीद है कि आने वाले समय में अच्छी बारिश होगी और फसल भी भरपूर होगी। बारिश में विलंब से किसानों का चिंतित होना स्वाभाविक है। मुख्यमंत्री ने किसानों को भरोसा दिलाते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार हर कदम पर किसानों के साथ खड़ी है। मैने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए हर तरह की तैयारी रखें। किसानों को खेती-किसानी के काम में किसी तरह की परेशानी नहीं होनी चाहिए। मुख्यमंत्री आज यहां अपने निवास कार्यालय में गोधन न्याय योजना के हितग्राहियों को राशि के अंतरण कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। बघेल ने कार्यक्रम में योजना के हितग्राहियों के खाते में १२ करोड़ ७२ लाख रूपए का भुगतान किया। उन्होंने १ जून से १५ जून तक गौठानों में पशुपालकों, ग्रामीणों, किसानों, भूमिहीनों से क्रय किए गए २.४० लाख क्विंटल गोबर के एवज में ४ करोड़ ७९ लाख रूपए का ऑनलाईन अंतरण किया। इसी तरह गौठान समितियों को ४.६७ करोड़ रूपए और महिला समूहों को ३.२६ करोड़ रूपए की लाभांश राशि का भुगतान किया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज रथ यात्रा के शुभ दिन में गोधन न्याय योजना के हितग्राहियों के खाते में राशि का अंतरण किया गया। उन्होंने सभी लोगों को रथ यात्रा की शुभकामनाएं दी। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री द्वारा आज अंतरित की गई राशि को मिलाकर गोधन न्याय योजना के हितग्राहियों को अब तक ४८८ करोड़ ६७ लाख रूपए की राशि का भुगतान किया जा चुका है। राज्य में १५ जून २०२३ तक गौठानों में १२१.०४ लाख क्विंटल गोबर की खरीदी की गई है, इसके एवज में गोबर विक्रेताओं को २४२ करोड़ ७ लाख रूपए का भुगतान किया गया है। इसी तरह गौठान समितियों एवं महिला स्व-सहायता समूहों को २३१ करोड़ ५३ लाख रूपए का भुगतान किया जा चुका है। मुख्यमंत्री ने कहा कि गोबर खरीदी में स्वावलंबी गौठानों की भागीदारी लगातार बढ़ती जा रही है। कई पखवाड़ों से गोबर खरीदी के एवज में भुगतान की जा रही राशि में स्वावलंबी गौठानों की हिस्सेदारी ६० से ७० प्रतिशत तक रहने लगी है। स्वावलंबी गौठानों द्वारा क्रय किए गए गोबर के एवज में अब तक ६१.६९ करोड़ रूपए का भुगतान स्वयं की राशि से किया गया है। गोबर खरीदी के एवज में आज गोबर विक्रेताओं को अंतरित की गई ४.७९ करोड़ रूपए की राशि में से १.९० करोड़ की राशि कृषि विभाग द्वारा तथा २.८९ करोड़ रूपए का भुगतान स्वावलंबी गौठानों द्वारा किया गया है।
जैविक खेती की ओर बढ़ रहा किसानों का रूझान
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज प्रदेश में जैविक खेती की ओर किसानों का रूझान बढ़ रहा है। इसमें गोधन न्याय योजना का भी योगदान है। योजना के तहत खरीदे गए गोबर से गौठानों में महिला समूहों द्वारा ३५ लाख ६ हजार क्विंटल से अधिक वर्मी कम्पोस्ट का उत्पादन किया गया, जिसमें से लगभग १६ लाख ५६ हजार क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट का उपयोग किसान अपनी खेत में कर चुके हैं। राज्य के ७३०० गौठानों में ६ लाख ३४ हजार क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट तैयार है। किसानों को वर्मी कम्पोस्ट की आपूर्ति निरंतर होती रहेगी। प्रदेशवसियों से लू से बचने की अपील मुख्यमंत्री ने कहा कि इन दिनों प्रदेश में बहुत अधिक गर्मी पड़ रही है। लू भी बहुत चल रही है। मेरी आप लोगों से अपील है कि आप स्वयं को और अपने बच्चों को लू से बचाएं। अपने परिवार के स्वास्थ्य को लेकर सभी तरह से ऐहतियात बरतें। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के सलाहकार प्रदीप शर्मा, संसदीय सचिव रश्मि आशीष सिंह, विधायक लालजीत सिंह राठिया, चक्रधर सिंह सिदार, पुरूषोत्तम कंवर, मोहित राम, डॉ. के.के. ध्रुव, अपर मुख्य सचिव सुब्रत साहू, संचालक कृषि रानू साहू सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे। नरवा, गरूवा, घुरवा, बाड़ी योजना के नोडल अधिकारी डॉ. अयाज तंबोली ने कार्यक्रम के दौरान गोधन न्याय योजना की प्रगति की जानकारी दी।