विवेक अग्निहोत्री का अगला हमला
-नेशनल वार्ता ब्यूरो-
द कश्मीर फाइल्स ने कश्मीर घाटी में बरपाए गए जिहादी आतंक को लोगों के सामने रखा। यह फिल्म पैसा कमाने में तो सफल रही परन्तु भारत के हिन्दू जिहाद और जिहादी आतंक को समझ पाए या नहीं इसमें दावे से कुछ नहीं कहा जा सकता। हिन्दू को दासता में जीने की आदत पड़ चुकी है। पहले वह सल्तनतों और नवाबों का दास रहा। फिर वह मुगलों का गुलाम रहा। अंत में अग्रेंजों ने हिन्दू को दासता की जंजीरों में जकड़े रखा। लगभग 1000 साल की दासता किसी भी सभ्यता को तबाह करने के लिए काफी है। हिन्दुओं के साथ यही हुआ। स्वतंत्रता मिलते ही उसे फिर बेड़ियों में जकड़ दिया गया। उसे कहा गया कि भले ही तू चारों ओर से इस्लामी मुल्कों से घिर जाए। वामपंथियों की सरकारों से घिर जाए। पर तुझे हिन्दू राष्ट्र कहलाने का कोई हक नहीं। तुझे दासता में ही रहना है। तू विश्व बंधुत्व का ठेकेदार तो रह सकता है मगर तू हिन्दू राष्ट्र नहीं बन सकता। अगर हिन्दू राष्ट्र बना तो हिन्दू सदियों तक जिन्दा रह जाएगा। अगर तू सेक्युलर बना तो तू जल्दी ही धरती से मिट जाएगा। विश्व बंधुत्व के लिए तेरा मिटना जरूरी है। इसीलिए तो हिन्दू के सबसे बड़े आराध्य श्री राम की शोभा यात्राओं पर पाकिस्तान को खुदा के बराबर मानने वाले हमले करते आ रहे हैं। राम इन लोगों के सबसे बड़े शत्रु जो हैं। हिन्दू उनसे दूर हो गए तो समझ लीजिए उनका काम हो गया। बहरहाल, विवेक अग्निहोत्री की प्रशंसा की जानी चाहिए। वे द कश्मीर फाइल्स के बाद द दिल्ली फाइल्स बनाने जा रहे हैं। द दिल्ली फाइल्स में पूरी तरह गैर कानूनी शाहीन बाग को अवश्य ही फोकस में रखा जाएगा। इसी शाहीन बाग में ताहिर हुसैन और उसकी कौम के लोगों द्वारा बरपाया गया जिहाद प्लैन किया गया था। जिसे लोग दिल्ली दंगा कहते हैं। केजरीवाल के पार्षद ताहिर हुसैन ने अपनी आधुनिक हवेली की छत पर जिहाद का साजो सामान सजाया हुआ था ताकि जिहाद बरपाया जाए और हिन्दुओं को पलायन के लिए विवश किया जाए। तभी तो भारत के अंदर जगह-जगह मिनी पाकिस्तान बनेंगे और एक दिन ऐसा आएगा पूरा भारत गजवा-ए-हिंद हो जाएगा। हिन्दू मिट जाएगा। -वीरेन्द्र देव गौड, पत्रकार, देहरादून