बुल्डोजर देवता का अवतार
-नेशनल वार्ता ब्यूरो-
अब बुल्डोजर मशीन नहीं। बाकायदा एक बुल्डोजर देवता हैं। हालाँकि, यह बुल्डोजर देवता भगवा की देन है। उत्तर प्रदेश में बुल्डोजर क्रांति से माफिया और कब्जाधारी त्रस्त हैं। वे लोग जिनका धंधा जमीनों पर कब्जे करना था। वे लोग जो भूमाफिया रहे हैं जिन्होंने गरीबों, लाचारों के साथ-साथ सरकारी जमीनों पर भी अंधाधुंध कब्जे किए हैं। कांग्रेस, सपा और बसपा के राज में जो फले फूलें हैं। जो प्रदेश में अपनी समान्तर सत्ता चलाते रहे हैं। जो सरकारी तंत्र पर हावी रहे हैं। उनसे जमीनों को छीना जा रहा है। अवैध भवनों को जमींदोज किया जा रहा है। इसलिए उत्तर प्रदेश में हाहाकार मचा हुआ है। फरवरी में हुए चुनाव में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बिना लाग लपेट ऐलान कर दिया था कि बुल्डोजर वर्कशॉप से आकर 10 मार्च के बाद गुण्डों, बदमाशों और माफियाओं की गरमी शाँत कर देंगे। लिहाजा, प्रदेश में ठंड का माहौल है। लू के बीच गजब की सामाजिक समरसता दिखाई दे रही है। रामनवमी पर और हिन्दू प्रथम दिवस पर प्रदेश में 100 प्रतिशत शाँति बनी रही। ऐसी सूरत में बुल्डोजर को किसी देवता का अवतार ही तो माना जाएगा। अब शिवराज मामा बुल्डोजर के चरणों पर नत मस्तक हैं। वे कह रहे हैं कि महाराज बुल्डोजर मध्य प्रदेश में भी उत्तर प्रदेश जैसा कर दीजिए कायाकल्प। रामनवमी के जुलूस पर हुए जिहादी पथराव के दोषियों को चुन-चुन कर पहचाना जा रहा है और उनके गैर कानूनी निर्माणों पर बुल्डोजर बम बरसाया जा रहा है। मध्य प्रदेश में भी बुल्डोजर युद्ध चल रहा है। रामनवमी के ही दिन गुजरात मंे भी कई जगहों पर राम शोभा यात्रा पर जानलेवा जिहादी हमले हुए। कई लोग घायल हुए। आगजनी हुई। त्राहिमाम-त्राहिमाम मच गया। गुजरात की पुलिस ने गहराई से छानबीन करके जिहादी हमलों के जिम्मेदार लोगों को हिरासत में लिया और उनके अवैध ठिकानों को बुल्डोजर के हवाले कर दिया। लिहाजा, गुजरात में भी बुल्डोजर देवता दुष्टों को सबक सिखा रहे हैं। मुमकिन है कि आने वाले समय में इन राज्यों में भी उत्तर प्रदेश जैसी शाँति कायम हो। बशर्ते कि देश के सेक्युलर कोर्ट किसी तरह का हस्तक्षेप न करें। हस्तक्षेप किया गया तो जिहादी ताकतों को बल मिलेगा। देश के लिए यह घातक होगा। कश्मीर घाटी में भी बुल्डोजर ऐसे लोगों पर कहर बन कर टूटने जा रहा है। वे लोग, जो जिहादी आतंकियों को किसी न किसी तरह मदद करते आ रहे हैं। सरकार ने ऐसा कर दिया तो वहाँ जिहाद में नरमी आ सकती है और जिहादी ताकतों की गरमी निकाली जा सकती है। -वीरेन्द्र देव गौड, पत्रकार, देहरादून