भागलपुर (नेशनल वार्ता ब्यूरो): बिहार के भागलपुर शहर के जोगसर थाने में रविवार देर रात खुद फरियादी बनकर पहंुच कप्तान बाबूराम के साथ पुलिस के अशिष्ट व्यवहार ने फिल्म ‘गंगाजल’ के उस दृश्य की याद दिला दी, जिसमें दारोगा मंगनी राम ने एसपी अमित कुमार के साथ किया था। बाद में जैसे ही जोगसर थाने के एसआइ और पुलिसकर्मियों को पता चला कि फरियादी कोई और नहीं, बल्कि एसएसपी बाबूराम थे तो सभी के होश उड़ गए। एसआइ ने कहा, भारी मिस्टेक हो गया, साहब को भी नहीं पहचाना।
दरअसल, एसएसपी बाबूराम रविवार देर रात सिविल ड्रेस में मास्क और टोपी लगाए अंगरक्षक के साथ अपने आवास से पैदल निकले। वह पुलिसिंग का हाल जानने की कोशिश कर रहे थे। एसएसपी कचहरी चौक से होते हुए जोगसर थाना पहुँचे। अंदर ओडी अफसर, संतरी आदि को देखते हुए वहां मोजूद एसआइ एचएन सिंह से कहा कि थाने के बाहर से उनकी बाइक किसी ने चुरा ली है। इस पर एसआइ ने सवालों की झड़ियां लगा दी। बोला-क्या नाम हैं कहां से आए हैं आप। किस काम से आए थे। एक सांस में इतने सवाल, जेसा कि अमूमन थाने पहुंचे फरियादियों से पुलिस करती हैं, लेकिन एसएसपी बाइक चोरी की बात बार-बार दुहराते रहे। अंत में एसआइ भड़क गया। गुस्से से लाल होकर तेज आवाज में दांत पीसकर बोलन लगा, झूठ काहे बोल रहे हैं। किसी और जगह बाइक छोड़ कर आ गए और बोल रहे हैं कि थाने के बाहर ही बाइक लगाई थी। थाने में सहायक अवर निरीक्षक पीके पांडेय, सिपाही धर्मेंद्र कुमार भी थे। सभी ने एसआइ की हां में हां मिलाते हुए फरियादी यानी एसएसपी को हड़काया। किसी ने एसएसपी बाबू राम को नहीं पहचाना। एसएसपी अपनी बात पर अडिग रहे और बोलते रहे कि उनकी बाइक यही से गायब हुई है। वहीं, सभी पुलिस अधिकारी और सिपाही उन्हें यह बोल हड़काते रहे कि उनकी बाइक वहां लगी ही नहीं थी। इतना सब होने के बावजूद एसआइ ने उनकी शिकायत दर्ज करने की जहमत नहीं उठाई। अंत में एसएसपी वहां से निकल गए।
सोमवार सुबह जब थानाध्यक्ष अजय कुमार अजनवी को जानकारी हुई तो वह थाने पहुंचे और सभी पदाधिकारियों और सिपाहियों को खरी-खोटी सुनाई। थानाध्यक्ष सोमवार को एसएसपी कार्यालय सभी को लेकर पहुंचे। बाहर काफी देर खड़े रहने का बाद तलब किए गए। एसएसपी बाबूराम ने कहा कि थाने में आम आदमी से ऐसा व्यवहार अमानवीय है। मानवीय सवंेदना से इतर ऐसा बुरा व्यवहार करने वाले पुलिसकर्मियों की काउंसिलिंग की जा रही है। काउंसिलिंग के बाद कार्रवाई भी की जाएगी। एसएसपी ने कहा कि गलत करने वाले थाने में कोई भी पुलिस पदाधिकारी या कर्मी हों, बचेंगे नहीं।
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