के विजय कुमार जी जिस तरह तुमने
चन्दन तस्कर वीरप्पन को ठिकाने लगाया था
उसी तरह घेर-घेर कर सपूत देश के
कश्मीर में इस्लामी जिहादियों को नेस्तनाबूद कर दो
कश्मीर देश का भाल है दादा
यह सिर दर्द दूर कर दो।
इस्लामी आतंकवाद ने हमारे देश को दादा
सन् सैंतालीस में तोड़ा था
सरहद पर कट्टर इस्लाम ने जिहाद का ज़हर घोला था
वह सदियों से देश में मेरे ज़हर की फसल उगा रहा
कश्मीर की घाटी में वह अपना जिहादी फर्ज निभा रहा
बिछा दो लाशें जिहादी आतंकियों की दादा
भारत माता का धीरज डोल रहा
इस्लामी आतंक का खात्मा भारत की धरती से कर दो दादा
अब बच्चा-बच्चा बोल रहा।
ऐसा नहीं कि इस्लामी जिहाद
बाकी देश में है शांत पड़ा
ओवैसियों फारुक अब्दुल्लाओं गुलाम नबी आजादों और सोज जैसों में
जिन्ना का जिन्न हर पल बोल रहा
इसीलिये कहता हूँ दादा के विजय कुमार
इस्लामी आंतकवाद का मिटा कर रख दो खुमार
वोट के लिये भाजपा विरोधी देशद्रोहियों पर लुटा रहे हैं प्यार
ऐसे भारत विरोधियों के मुंडो का भारत माता को पहनाओ हार।
Virendra Dev Gaur
Chief Editor (NWN)