प्रयागराज (संवाददाता)। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि का शव आज को फांसी के फंदे से लटकता मिला। उनका शव अल्लापुर बाघंबरी गद्दी स्थित कमरे से बरामद किया गया है। आईजी केपी सिंह सहित तमाम आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं। पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है। इस सूचना के बाद से पूरे इलाके में तनाव फैल गया है। पुलिस को घटनास्थल से सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है, जिसमें उन्होंने आनंद गिरि पर परेशान करने का आरोप लगाया है। इसके साथ ही उन्होंने सुसाइड नोट में लिखा है कि मैं सम्मान के बगैर नहीं जी सकता। वसीयत से संबंधित बात भी इसमें लिखी होने की बात सामने आ रही है। कुछ माह पहले महंत महेंद्र गिरि और निरंजनी अखाड़े सेजुड़े आनंद गिरि से महंत का विवाद सामने आया था। तब जमीन घोटालेके एक मामलेको लेकर महंत महेंद्र गिरि ने आनंद गिरि को निरंजनी अखाड़े सेबाहर कर दिया था। हालांकि कुछ दिनों बाद उन्हों आनंद गिरि को माफ करतेहुए फिर से निरंजनी अखाड़े मेंलेलिया था। आनंद गिरि को इनका उत्तराधिकारी माना जा रहा था। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि जी का ब्रह्मलीन होना आध्यात्मिक जगत की अपूरणीय क्षति है। प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत पुण्यात्मा को अपने श्री चरणों में स्थान तथा शोकाकुल अनुयायियों को यह दुःख सहने की शक्ति प्रदान करें। ॐ शांति!
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