देहरादून (संवाददाता)। देहरादून की एक महिला डॉक्टर के घर से 10 साल की बच्ची को बरामद किया गया है। पुलिस मानव तस्करी से जोड़कर इस मामले की जांच की जा रही है। मिली जानकारी के अनुसार आरोपी डॉक्टर शहर के एक प्राइवेट अस्पताल में कार्यरत हैं। बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष ऊषा नेगी और बाल कल्याण समिति के सुधीर भट्ट मौके पर मौजूद रहे। मामले की एफआईआर कोतवाली पल्टन बाजार में लिखी गई है। बचपन बचाओ आंदोलन के सुरेश उनियाल, चाइल्ड लाइन की दीपा और ह्यूमन ट्रैफिकिंग सेल की टीम कोतवाली में मौजूद रही। महिला डाक्टर से पूछताछ की जा रही है। बताया गया कि उस बच्ची को लखीमपुर खीरी से लाया गया है। बच्ची को बाल निकेतन भेज दिया गया है। 15 दिनों से बच्ची डॉक्टर के घर में रह रही थी। घर का काम करने के लिए मासूम को लेकर आया गया था । जिसकी सूचना मिली पर तत्काल कार्यवाही अमल में लाई गयी। उधर प्रिंसिपल कंट्रोल ऑफ डिफेंस अकाउंट के सीनियर ऑडिटर आरके मीना को रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। 20 हजार रिश्वत लेने के आरोप में आरके मीना को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया। रिटायर्ड कर्नल ने इस बाबत सीबीआई से शिकायत की थी। जिसके बाद आज आरके मीना को गिरफ्तार किया गया। शिकायतकर्ता सिक्योरिटी एजेंसी चलाते हैं। कोर्ट से वारंट के बाद आरोपी को देहरादून लाया गया।
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